Patna: बिहार का सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) है. पूरे राज्य से लोग यहां पर अपना इलाज कराने के लिए आते हैं. लेकिन इसके बाद भी यहां लोगों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं. जिस वजह से वो अपना इलाज जमीन पर कराने के लिए मजबूर हैं. इसके अलावा यहां डॉक्टर  दवा और जांच भी बाहर से लिख रहे हैं. अस्पताल में चारो गंदगी फैली हुई है. 


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जगह की है कमी 


इस मामले को लेकर अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि हमारे पास जगह की कमी है. इसके अलावा हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है. या तो हम मरीज को वापस भेज दें या जमीन पर गद्दा देकर इलाज कर सकते हैं. अगले सप्ताह 60 बेड जाएंगे. इसको लेकर सरकार को जानकारी दी चुकी है.


अस्पताल अधीक्षक हरिशंकर मिश्रा ने कहा कि इन दिनों मरीज की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा सर्जिकल भवन को क्षतिग्रस्त घोषित कर दिया गया है और डीएमसीएच का बड़ा भूभाग AIMS को दे दिया गया है. जिस वजह से बेड का अभाव हो गया है इसलिए मरीजों को फर्श पर गद्दे के सहारे इलाज किया जा रहा. वहीं, मरीज भी और कोई उपाय नहीं होने का हवाला देते हुए इलाज करवाने के लिए मजबूर हैं 


अस्पताल में चारों तरफ फैली है गंदगी


इसके अलावा PMCH में साफ सफाई को लेकर भी मरीज काफी ज्यादा परेशान हैं. साफ-सफाई ना होने की वजह से बीमारी का खतरा बना रहता है. इसके अलावा साफ सफाई को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है. मरीजों का जमीन पर इलाज किया जाता है, जिस वजह से इंफेक्शन का खतरा रहता है. वहीं, फर्श पर झाड़ू पोंछा नहीं लगाए जाने की शिकायत भी मरीजों के तीमारदारों ने की है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.