Patna News: पटना के दानापुर प्रखंड के आसोपुर गांव से अजब-गजब मामला सामने आया है. यहां परिजनों ने जिस युवक का 7 साल पहले अंतिम संस्कार कर दिया था, वो अचानक से लौट आया. युवक को अपने सामने खड़ा देख पहले तो परिजन चौंके फिर खुशी से झूम उठे. दरअसल, आसोपुर निवासी बृजनंदन राय का बेटा बिहारी राय 7 साल पहले अचानक से गायब हो गया था. परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला. बाद में सभी ने उसे मृत समझ लिया. बृजनंदन राय ने बेटे की आत्मशांति के लिए उसका पुतला बनाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया था. अब 7 साल बाद बिहारी राय अचानक से वापस लौट आया है. 


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7 साल बेटे को सामने खड़ा देखकर मां-बाप के आंखों से आंसू बहने लगे. उनका बेटा बिहारी राय दिल्ली की एक संस्था और लखनीबीघा पंचायत के मुखिया शत्रुघ्न के प्रयासों से वापस घर लौटा है. दरअसल, बिहारी अपनी मां को अक्सर सपनों में दिखाई देता था. उसने जब ये बात बृजनंदन राय को बताई, तो उन्हें लगा कि उनकी बेटे की आत्मा भटक रही है. उन्होंने बेटे की आत्म शांति के लिए उसका पुतला बनाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया. 


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हालांकि, इसके बाद भी मां को बेटे के सपने आने बंद नहीं हुए. वहीं गांव के मुखिया से कुछ दिन पहले दिल्ली की एक सामाजिक संस्था ने संपर्क किया. उसने मुखिया के मोबाइल पर एक युवक की फोटो भेजी और पहचान करने को कहा. युवक उसके गांव का ही निकला. वो युवक कोई और नहीं बल्कि बिहारी राय था. मुखिया ने तुरंत अपने खर्चे से युवक को गांव वापस लाने का इंतजाम किया. सामाजिक संस्था और मुखिया की पहल पर बिहारी एक बार फिर से अपने परिवार के पास लौट आया है.  


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बिहारी कैसे दिल्ली पहुंचा, इस बात की उसे भी जानकारी नहीं है. दिल्ली में अकेले रहने के कारण उसकी मानसिक हालत भी अब उतनी अच्छी नहीं बताई जा रही है. फिलहाल अब वह अपने घर लौट आया है और इससे उसके परिजन काफी खुश हैं. बिहारी के माता-पिता ने दिल्ली की उस संस्था और लखनी बीघा पंचायत के मुखिया शत्रुघ्न कुमार का शुक्रिया जताया है. वहीं मुखिया ने बताया कि दिल्ली से मेरे मोबाइल पर फोन आया था कि यह युवक आपके पंचायत के आसोपुर गांव का रहने वाला है और यहां सड़कों पर भटक रहा है. हमने तुरंत उसके परिवार को सूचना दी और उसके पिता को दिल्ली भेजा. उन्होंने कहा कि एक बुजुर्ग माता-पिता को 7 वर्षों से लापता बेटा मिल गया, इससे बड़ी चीज क्या होगी.


इनपुट- इश्तियाक खान