BPSC 70th Preliminary Exam: पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अभ्यर्थी को जड़ दिया थप्पड़, और बढ़ेगा बवाल
BPSC 70th CCE 2024: बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर फैली अफवाह को लेकर अभ्यर्थी पहले से ही आंदोलित थे और अब बापूधाम परीक्षा केंद्र पर धांधली के आरोपों के बाद यह बवाल और बढ़ सकता है. खासकर डीएम के थप्पड़ मारने से अभ्यर्थियों के आंदोलन को आक्सीजन मिल सकता है.
BPSC 70th Preliminary Exam 2024: बिहार लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार को 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 2024 का आयोजन किया. बिहार के 36 जिलों में 900 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा कराई गई. इस बीच पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा भवन में अभ्यर्थियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उनको परीक्षा हॉल में ओएमआर शीट और क्वेश्चन पेपर काफी देर से मिला. कई अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें क्वेश्चन पेपर मिला ही नहीं. परीक्षार्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि कई अभ्यर्थियों के पास लिखा हुआ आंसर पेपर था. अभ्यर्थियों ने परीक्षा को रद्द करने की मांग की. इस बीच पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने एक बीपीएससी अभ्यर्थी को थप्पड़ जड़ दिया. बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थी काफी आक्रोशित थे और जिलाधिकारी के समझाने के बावजूद शांत नहीं हो रहे थे. इस कारण चंद्रशेखर भी गुस्से में आ गए और उन्हें एक अभ्यर्थी को थप्पड़ जड़ दिया. परीक्षा को लेकर बीपीएससी अध्यक्ष का कहना है, एग्जाम हुई है. अभी रिपोर्ट ले रहे हैं. थोड़ी देर में इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे.
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बीपीएससी की परीक्षा में पेपर लीक आ आरोप लगाया जा रहा है और पटना के बापू धाम एग्जाम सेंटर पर इसलिए हंगामा हो रहा था. अभ्यर्थी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक के आरोप लगा रहे थे. उनका यह भी आरोप था कि पेपर की सील पहले से खुली हुई थी और पेपर आधे घंटे की देरी से मिला. पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर मौके पर पहुंचे. उनके लाख समझाने पर भी अभ्यर्थी नहीं मान रहे थे और उनका आक्रोश खत्म नहीं हो रहा था. इसके बाद डीएम चंद्रशेखर को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने एक अभ्यर्थी को थप्पड़ जड़ दिया.
डीएम का कहना है कि अभ्यर्थियों की संख्या और एक बॉक्स में आने वाले क्वेश्चन पेपचर की संख्या के चलते भ्रम की स्थिति बनी. अभ्यर्थियों ने आपत्ति जमाई कि एक हॉल से दूसरे हॉल में क्वेश्चन पेपर क्यों भेजे जा रहे हैं. इस कारण पेपर बांटने में देरी हुई. जिन्हें देरी से पेपर मिले, उन्हें अतिरिक्त समय भी दिया गया.
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डीएम ने बताया कि एक सेंटर पर एग्जाम रूम में 273 अभ्यर्थियों का सीटिंग प्लान बनाया गया था. इस लिहाज से 288 क्वेश्चन पेपर आने चाहिए थे. एनवलप 12—12 के सेट में आता है. एक बॉक्स में केवल 192 पेपर ही आए.
इसलिए दूसरे हॉल से भी पेपर लेना पड़ा और जब दूसरे हॉल में पेपर खुला और कम पड़ा तो तीसरे हॉल से लेना पड़ा. इसी को लेकर अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं. परीक्षक ने भी अभ्यर्थियों को यही समझाने की कोशिश की और करीब 15 मिनट का समय जाया हो गया.