पटना मेट्रो के निर्माण ने पकड़ी रफ्तार, उपजाऊ मिट्टी को बंजर खेतों और पार्कों में किया जाएगा स्थांतरित
Patna Metro: पटना मेट्रो का निर्माण तेजी से जारी है. निर्माण के रास्ते में आने वाले 9 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल की उपजाऊ जमीन को स्थानांतरित किया जाएगा. इसके लिए उपजाऊ जमीन के ऊपरी हिस्से को काट कर बंजर जमीन, पार्क, खेती वाली जगहों पर बिछा दिया जाएगा.
पटना: Patna Metro: पटना मेट्रो का निर्माण तेजी से जारी है. निर्माण के रास्ते में आने वाले 9 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल की उपजाऊ जमीन को स्थानांतरित किया जाएगा. इसके लिए उपजाऊ जमीन के ऊपरी हिस्से को काट कर बंजर जमीन, पार्क, खेती वाली जगहों पर बिछा दिया जाएगा. बता दें कि देश में ऐसी योजना से पहली बार मेट्रो निर्माण कराई जा रही है. इससे पहले मेट्रो निर्माण के दौरान निकलने वाले मिट्टी को खुदाई के बाद गड्ढों को भरने, सड़क निर्माण और खुले स्थानों में डंप के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
32.497 किमी लंबा है पटना मेट्रो
इसके साथ ही पटना में मेट्रो निर्माण के रास्ते में आने वाले पेड़ों को भी काटने की जगह उखाड़कर दूसरे स्थान पर लगाया गया है.बता दें कि पटना में 32.497 किमी लंबी मेट्रो का निर्माण हो रहा है. इसमें 17.933 किमी खेमनीचक, मीठापुर, दानापुर और पटना जंक्शन, गांधी मैदान, न्यू आईएसबीटी तक 14.554 किमी बनेगी. पटना मेट्रो में कुल 26 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. इसमें 13 स्टेशन अंडरग्राउंड और 13 ऊपर स्टेशन का निर्माण किया जाएगा.
मेट्रो के निर्माण ने पकड़ी रफ्तार
उपजाऊ जमीन में 20 सेमी की कटाई करके उसे स्थानांतरित किया जाएगा. इस दौरान स्टोरेज करने वाले जगहों पर मिट्टी का स्टोरेज दो लेयर की होगा. यानी एक के ऊपर दूसरी परत बिछायी जाएगी. इससे इसकी कुल मोटाई 40 सेमी हो जाएगी. चुंकी पटना में चिकनी मिट्टी पाई जाती है जिसकी उपजाऊ परत 20 सेमी ही होती है. इसके साथ ही इस मिट्टी में डेढ़ फीट के बाद बालू वाली मिट्टी मिलने लगती है. इसी को ध्यान में रखते हुए ऊपरी 20 सेमी की परत की कटाई की जा रही है. मोइनुल हक स्टेडियम, पार्क, खेती की भूमि के साथ ही बाइपास के दोनों तरफ खाली जगहों पर मिट्टी की उपजाऊ परत का स्थानांतरण किया जाएगा.