Durga Puja 2024: पटना के पूजा पंडालों में दिखेगी अयोध्या से पेरिस तक की झलक, जानें दशहरा की क्या है तैयारी
Pandal For Durga Puja in Patna: पटना के दुर्गा पूजा पंडालों की भव्यता को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. इनकी एक झलक आपको यहां की फोटो गैलरी में देखने को मिल सकती है, जहां पंडालों की सजावट, मूर्तियों की भव्यता और रंगीन माहौल को बखूबी दर्शाया गया है.
अमेरिका का स्वामीनारायण मंदिर थीम पर पंडाल: इस बार पटना के सिपारा स्थित एतवारपुर दुर्गा पूजा समिति की ओर से सबसे ऊंचा पंडाल बनाया जा रहा है, जिसकी ऊंचाई 111 फीट होगी. यह पंडाल अमेरिका के प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है. इसे बनाने के लिए बंगाल और मधुपुर से आए कारीगर पिछले डेढ़ महीने से काम कर रहे हैं. पंडाल में देवी दुर्गा की लगभग 22 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाएगी. पिछले साल एतवारपुर में 105 फीट का सबसे ऊंचा पंडाल था और इस बार की ऊंचाई और भी अधिक होगी. पूरे पंडाल को बनाने में लगभग 46 लाख रुपये का खर्च किया जाएगा.
पेरिस ओलंपिक गेट थीम पर गेट: पटना के गुलजारबाग स्थित चैली टांड़ मनोरंजन क्लब पूजा समिति द्वारा हर बार आकर्षक गेट बनाया जाता है और इस बार पेरिस ओलंपिक मैच के गेट की तर्ज पर गेट तैयार किया जा रहा है. इस गेट की लागत लगभग 6 लाख रुपये है. यहां की मूर्तियां भी भव्य होंगी और पूरे पंडाल में लगभग 20 से 22 लाख रुपये का खर्च किया जा रहा है. हर साल की तरह इस बार भी यह पंडाल लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहेगा.
अयोध्या राम मंदिर थीम पर पंडाल: बोरिंग रोड चौराहा पर इस बार अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर 55 फीट ऊंचा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है. राम मंदिर की प्रतिकृति के रूप में यह पंडाल लोगों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बनेगा.
दक्षिण भारतीय मंदिर थीम पर पंडाल: पटना के प्रसिद्ध डाक बंगला चौराहा, जो हर साल दशहरा के दौरान खास आकर्षण का केंद्र होता है, इस बार दक्षिण भारत के मंदिर की तर्ज पर सजाया जाएगा. यहां विशेष रूप से लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है, जो इस पंडाल की शोभा को और भी बढ़ाएगी. पंडाल की भव्यता और इसकी सजावट लोगों के मन को मोह लेगी.
मछुआ टोली दुर्गा पूजा समिति की विशेषताएं मछुआ टोली दुर्गा पूजा समिति इस बार मां दुर्गा के अलावा 27 अन्य देवी मूर्तियों को स्थापित कर रही है, जो देवी के विभिन्न रूपों को दर्शाएंगी. यह पंडाल धार्मिकता के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोए हुए होगा. यहां की सजावट और मूर्तियों की भव्यता लोगों के लिए विशेष आकर्षण होगी.
पूजा पंडालों में तैयारियों की खास बातें पटना में इस बार लगभग 160 पूजा पंडाल बनाए जा रहे हैं. इनमें से हर पंडाल को खास तौर पर सजाया जा रहा है और प्रत्येक पंडाल में स्थानीय और बाहरी कारीगर मिलकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. इन पंडालों को बनाने में काफी खर्च किया जा रहा है और साथ ही हर पंडाल की सजावट में आधुनिक और पारंपरिक डिजाइन का मेल देखने को मिलेगा.
पूजा पंडालों में हर साल की तरह इस बार भी लाइटिंग, रंग-बिरंगे कपड़ों से सजी मूर्तियां और भव्य संरचनाएं प्रमुख आकर्षण होंगे. पंडालों में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों को मूर्तियों के रूप में दिखाया जा रहा है, जो धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाते हैं.
सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं: पूजा पंडालों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जा रही है. पुलिस और स्वयंसेवकों की टीम तैनात रहेगी ताकि किसी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था न हो. साथ ही पंडालों में आग से बचाव के लिए भी जरूरी प्रबंध किए गए हैं.
पटना के पूजा पंडालों की खासियत पटना के पूजा पंडालों की खास बात यह है कि हर साल कुछ न कुछ नया और आकर्षक देखने को मिलता है. इस बार भी विदेशी और भारतीय संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. अमेरिका के स्वामीनारायण मंदिर, पेरिस ओलंपिक गेट, अयोध्या राम मंदिर और दक्षिण भारत के मंदिर जैसे अलग-अलग थीम्स पर आधारित पंडाल इस बार के खास आकर्षण होंगे. इन पंडालों की भव्यता, सजावट और धार्मिक महत्व को देखकर हर कोई मोहित हो जाएगा.