Waiting Ticket Rule: छठ, दिवाली में वेटिंग टिकट लेकर जाना चाहते हैं बिहार, तो जान लें ये नियम नहीं तो बीच स्टेशन पर ही बीतेगा त्योहार
Waiting Ticket Rule: त्योहारों के सीजन में बिहार जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है. भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती है कि लोगों को टिकट भी मिल पाता है. कभी कभी तो हालत ऐसी हो जाती है कि जिनके पास कंफर्म टिकट होता है वो भी भीड़ के कारण ट्रेन में चढ़ नहीं पाते हैं.
वेटिंग टिकट
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए सख्त उठाए हैं. एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि वेटिंग टिकट पर अब ट्रेन में सफर करने वाले यात्री को पर अब पेनाल्टी लगाने के साथ साथ टीटी उसे बीच रास्ते में ही उतार देगा.
वेटिंग टिकट का नियम
कहा जा रहा है कि वेटिंग टिकट पर अब रिजर्वेशन वाले डिब्बों में सफर करने पर रेलवे ने पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. इसका मतलब है कि आपका टिकट अगर वेटिंग रह गया है तो एसी या स्लीपर कोच में आप सफर नहीं कर सकते हैं. भले ही आपके पास स्टेशन की खिड़की से टिकट ऑफलाइन ही क्यों न खरीदा हो.
भारतीय रेलवे
रेलवे ने यह फैसला रिजर्व डिब्बों में कंफर्म टिकट के साथ यात्रा करने वाले लोगों की सहूलियत के लिए लागू किया है. रेलवे के इस फैसले के बाद से वेटिंग टिकट पर सफर करने वाले लाखों यात्रियों पर असर देखने को मिलेगा.
वेटिंग टिकट पर यात्रा
अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट पर रिजर्व डिब्बे में करता है तो उस पर 440 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है साथ ही टीटी उसे रास्ते में ही उतार सकता है. इसके अलावा टीटी के पास ये भी अधिकार होगा कि वो वेटिंग टिकट वाले यात्री को जनरल डिब्बे में भेज सकता है.
तत्काल टिकट
ध्यान देने वाली बात ये हा कि आपका तत्काल टिकट भी अगर वेटिंग लिस्ट में रह जाता है और यात्रा के दिन वो कंफर्म नहीं हो पाता है, तो भी आप यात्रा नहीं कर सकते हैं.