पटनाः पटना में कथित तौर पर आतंकियों के 2047 मिशन का पुलिस ने राजफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने 26 आरोपियों के नाम का खुलासा किया है. इसमें मुजफ्फरपुर जिले के एक शख्स का भी नाम शामिल है. इस व्यक्ति के संदिग्ध संगठन पीएफआई तक के साथ ताल्लुक रखने की बात सामने आई है. इसके बाद अब मामले की जांच NIA कर रही है. 


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पटना से मामला आया सामने
आपको बता दें कि बिहार पुलिस ने एक FIR दर्ज की है, जिसके मुताबिक 11 जुलाई को पटना फुलवारी शरीफ में कुछ संदिग्धों की एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी. इसमें सामने आया था कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे में गड़बड़ी करना चाहते थे. इन सभी पीएम मोदी की बिहार यात्रा के 15 दिन पहले से फुलवारी शरीफ में ट्रेनिंग भी दी जा रही थी, जिसके बाद पटना पुलिस ने 2 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ के बाद उनके ठिकानों की तलाशी ली. पुलिस की तलाशी में एक पूरा दस्तावेज बरामद हुआ था और जिसमें मिशन 2047 की बात कही थी.


मामले में अब मुजफ्फरपुर से जुड़ा तार
पटना के बाद मामला बिहार के जिले मुजफ्फरपुर से जुड़ा हुआ भी बताया जा रहा है. सूत्रों की माने तो मुजफ्फरपुर जिले के बरियारपुर ओपी के गौरिहार गांव निवासी मजरूल इस्लाम का नाम भी सामने आया है. इसको लेकर पुलिस और एटीएस भी मामले में जांच कर रही है. आरोपी मदरसे में शिक्षक है. पुलिस मदरसा की देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने की जानकारी भी जुटा रही है. परिजनों ने बताया है कि वह बस मदरसे में पढ़ाते हैं और उनके स्वभाव में कोई गलत बात नहीं है. आरोपी मजरूल इस्लाम की मां ने बताया की उनका बेटा कभी-कभी आता है. कैसे आता है, जाता है इसकी जानकारी भी नही होती है. क्या करता है और कहां करता है यह भी जानकारी नहीं है. बस इस बार बकरीद में आया था और फिर चला गया. वहीं पूरे मामले को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधि महेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस मामले की जानकारी हमें भी मिली है. पुलिस और एजेंसी जांच कर रही हैं. 


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