5 मजदूरों के गुप्तांग में पेट्रोल डालकर पुलिस ने किया टॉर्चर, हत्याकांड मामले में चल रही थी पूछताछ
Bihar News: सभी मजदूरों के अनुसार सुमेश मंडल हत्याकांड मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था. 3 दिन बाद जब पुलिस ने छोड़ा तो सभी लोग इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस के यातनाओं की कहानी बयां की.
भागलपुर : भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र में बीते दिनों सुमेश मंडल हत्याकांड मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया. सभी को तीन दिनों तक पूछताछ के नाम पर टॉर्चर किया गया. हिरासत से छूटे पांच आरोपियों ने गोराडीह पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
क्या है पूरा मामला
सभी मजदूरों के अनुसार सुमेश मंडल हत्याकांड मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था. 3 दिन बाद जब पुलिस ने छोड़ा तो सभी लोग इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस के यातनाओं की कहानी बयां की. मजदूरों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि थाना में रखकर बुरी तरह से उन्हें पीटा गया है गुप्तांग में पेट्रोल डाल दिया गया. इसके साथ ही करंट लगाने का प्रयास किया गया गिड़गिड़ाने के बाद भी पुलिस ने एक नहीं सुनी.
मायागंज अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे पांच घायलों में से सभी का कहना था कि थाना प्रभारी ने प्यार से घर से उठाकर थाने की गाड़ी से थाना लाए. यहां पर पूछा कि सुमेश मंडल की गला रेत कर हत्या किसने किया है? हम लोगों ने जब कहा कि मुझे जानकारी नहीं तो एक कमरे में ले गया और वहां पर जमकर पिटाई की. पुलिस ने लाठी बेल्ट और अन्य चीजों से एक घंटे तक मरते रहे. उसके बाद पुलिस ने फिर उनसे पूछा कि अपराधी कौन है बताओ. जब उसे बार-बार कहा गया कि हम नहीं जानते हैं, तो फिर दोबारा उसकी पिटाई की घटना में पांच घायल है. किसी के पैर में लाठी से पीटने का निशान है तो किसी के तलवे में बेल्ट से पीटने निशान है.
सिटी एसपी राज ने बताया कि संबंधित एसडीपीओ को निर्देशित किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. साक्ष्य एकत्रित कर सामने रखा जाएगा इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे. उस पर कार्रवाई की जाएगी.
इनपुट- अश्ववनी कुमार
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