Patna: बिहार पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिल्डर गब्बू सिंह के ठिकानों आय कर छापेमारी के साथ उन्हें राजनीतिक संरक्षण देने वाले आकाओं की भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि एक भ्रष्ट बिल्डर और ठेकेदार के यहां छापा पड़ने से जदयू अध्यक्ष ललन सिंह क्यों लिलमिलाए हुए हैं?


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ललन सिंह पर साधा निशाना 


ललन सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ललन सिंह जदयू नेतृत्व वाली सरकार को राजद के समर्थन के चलते यदि लालू परिवार के भ्रष्टाचार का बचाव करें, तब तो समझा जा सकता है, लेकिन बिल्डर पर छापा पड़ने से किसी और को दर्द क्यों हो रहा है?


सुशील मोदी ने उठाए सवाल


उन्होंने कहा कि वह कौन सीनियर आईएएस अफसर है, जिसे विकास आयुक्त बना कर पदोन्नति देने के बाद जल संसाधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया, ताकि ऊंची राजनीतिक पहुंच वाले ठेकेदार गब्बू सिंह को लाभ पहुंचाया जाता रहे. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को उन अफसरों के बारे में खुलासा करना चाहिए, जिनका अरबों रुपये का कालाधन गब्बू सिंह के जरिये निर्माण क्षेत्र में खपाया जा रहा था.


सुशील मोदी ने आगे कहा कि पटना के जिस बड़े रेस्तंरा मेन लैंड चायना के उद्घाटन के समय जदयू के दो बड़े नेता पुरानी कटुता भुला कर फिर मिल गए थे, उस रेस्तरां से गब्बू सिंह का क्या संबंध है? आयकर विभाग को इसकी भी जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग ने किस मंत्री के कार्यकाल में गब्बू सिंह को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से करोड़ों रुपये का लाभ पहुंचाया, इसकी भी जांच होनी चाहिए.