पटनाः Air Pollution:मौसम बदलने के साथ प्रदूषण के स्तर में भी इजाफा हो रहा है. देश के कई राज्यों के साथ बिहार के शहर भी इसकी चपेट में हैं. हालांकि मेट्रो और बड़े औद्योगिक शहरों की अपेक्षा प्रदूषण का स्तर कम जरूर है, लेकिन स्वस्थ व्यक्ति में सांस संबंधी परेशानियां बढ़ाने के लिए काफी है. प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर कटिहार रहा, जहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) शनिवार को 352 रिकार्ड किया गया था. उसके बाद छपरा का एक्यूआइ 327 तो पटना का 305 दर्ज किया गया. 


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इसलिए बढ़ रहा प्रदूषण
इस बारे में जानकारों और विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में वातावरण में नमी काफी बढ़ जाती है. वातावरण में नमी बढ़ने और सड़कों पर पड़ी धूलकण के उड़ने से वायु की गुणवत्ता बिगड़ रही है. गर्मी के दिनों में वाहन की रफ्तार के कारण धूलकर वातावरण में बिखर जाते हैं, लेकिन सर्दी में ऐसा नहीं हो पाता है, धूलकण वायु में ही हवा में जमकर स्थिर होने लगते हैं और सांस के साथ शरीर में प्रवेश करते हैं. इससे प्रदूषण और इसके कारण होने वाली परेशानियों में वृद्धि दिखाई देती है. यही वजह है कि बिहार में कई शहरों में एयर क्वालिटि इंडेक्स खराब हो रहा है. 


ऐसे करें बचाव
प्रदूषण के इस माहौल से बचने के लिए कुछ उपाय रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाए जाने चाहिए. पहला तो ये कि जब भी घर से बाहर जाएं तो मुंह पर मास्क लगाकर जाएं. प्रदूषण त्वचा और आंखों को भी प्रभावित कर सकता है. तो जब भी घर से बाहर निकलें आंखों पर चश्मा जरूर लगा लें. अगर आप मुंह पर मास्क लगा कर बाहर निकल रहे हैं, तो उसे बार-बार टच नहीं करें. ऐसा करने से आप अपने गंदे और प्रदूषित हाथ मुंह और नाक जैसे संवेदनशील अंग के पास लगा लेंगे. घर में भी नियमित धूलकणों की सफाई करते रहे हैं क्योंकि घर की डस्ट भी उतना ही प्रदूषण फैलाती है, जितनी बाहर की बिगड़ी हवा. कोशिश करें कि अपने आस-पास की सड़क पर खुदभी छिड़काव करें. सभी लोग ऐसा करेंगे तो कम से कम गली-मुहल्लों में प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी रहेगी. सरकार व प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन जरूर करें. 


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