बेगूसराय: बेगूसराय में जन स्वराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को समन भेजने और विपक्ष पर ईडी की कार्रवाई पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कार्रवाई समान रूप से होने चाहिए। सवाल तब उठता है, जब विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई होती है, वहीं नेता जब सत्ता में शामिल हो जाती है कार्रवाई बंद हो जाती है. यह ग़लत है.


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प्रशांत किशोर ने कहा कि जिन नेताओं और दल पर ईडी , सीबीआई का सरकारी संस्थाओं की रेड पड़ रही है। देश स्तर पर यह बात होती है कि जो सत्ता में होती है वह रेड को सही बताता है जो विपक्ष में होता है वह गलत बताता है। जिन पर कार्रवाई होती है उनकी जिम्मेदारी है कि वह बताएं कि वो सही है कि गलत है. लेकिन सामान्य जनता में दिक्कत इस बात से नहीं है कि अरविंद केजरीवाल पर पड़ा कि ममता बनर्जी पड़ा है या लालू यादव पर रेड पड़ा है. उनकी जिम्मेदारी है कि वह बताएं कि सही है कि गलत है. 


उन्होंने आगे कहा कि जनता को तब ज्यादा चिंता होती है, जब वो व्यक्ति सत्ता में शामिल हो जाता है तो उसके यहां रेड पड़ना बंद हो जाती है. अगर उसने गलती की है तो उस प् कार्रवाई होनी चाहिए. कानून को सभी के लिए एक जैसे ही काम करना चाहिए. 


आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में 25 साल पहले लालू यादव की सरकार थी. इस दौरान उन पर जांच बैठी थी. उसमे वो दोषी भी पाए गए थे. इसमें आप नहीं कह सकते हैं कि एजेंसियां कुछ गलत कर रही हैं. अगर RJD के लोग गलत करते हैं तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए और बीजेपी के लोग भी गलती करती हैं तो उन्हें छूट नहीं मिलनी चाहिए.