Patna: बिहार में सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की राजनीति में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. करुणासागर, जो तमिलनाडु के डीजीपी के रूप में सेवानिवृत्त हुए, राजद में शामिल हो गए और रविवार को प्रशांत किशोर (पीके) के नेतृत्व वाले जन सुराज अभियान में 12 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शामिल हो गए.


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विभिन्न राज्यों में सेवा दे चुके और डीआईजी से डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए इन सेवानिवृत्त अधिकारियों ने पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित जन सुराज अभियान के कार्यालय में जाकर प्राथमिक सदस्यता ली. इनमें जितेंद्र मिश्रा (समस्तीपुर), अशोक कुमार (सीवान), राकेश कुमार मिश्रा (सहरसा) और एस.के. पासवान (वैशाली), जो सभी सेवानिवृत्त डीजीपी रैंक के अधिकारी हैं, जबकि उमेश सिंह (बेगूसराय) और अनिल सिंह (सुपौल) आईजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं.


 



साथ ही शिव कुमार झा (सुपौल), सी.पी. किरण (पटना), मोहम्मद रहमान मोमिन (भोजपुर), के.बी. सिंह (सारण), शंकर झा और दिलीप मिश्रा, जो सभी डीआईजी के रूप में सेवानिवृत्त हुए, वे भी जन सुराज अभियान में शामिल हुए. राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर, 2022 से पश्चिम चंपारण से जन सुराज अभियान की शुरुआत की और अब तक 3,000 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं. उसे अच्छा समर्थन मिल रहा है. अफाक अहमद इस साल किशोर के समर्थन से सारण के शिक्षकों की एमएलसी सीट पहले ही जीत चुके हैं.


इससे पहले 6 अधिकारी जुड़े थे पीके से 


पीके के अभियान में 2 मई को छह रिटायर्ड आईएएस अधिकारी भी शामिल हो गए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्होंने पद पर रहते हुए जनता की सेवा तो की लेकिन राजनीतिक दबाव की वजह से वो ऐसा  नहीं कर पाए है. इसी वजह से वो पीके के साथ जुड़ रहे हैं. इस दौरान अजय कुमार द्विवेदी, अरविंद कुमार सिंह, ललन सिंह यादव,  तुलसी हजरा,सुरेश शर्मा और गोपाल नारायण सिंह थे.


(इनपुट भाषा के साथ)