Edible Oil Price: इन खाद्य तेलों के 10 से 15 रुपये प्रति लीटर कम हुए दाम, जानें कब मिलेगा लाभ
पतंजलि फूड्स रुचि गोल्ड, महाकोश, सनरिच, न्यूट्रेला, रुचि स्टार और रुचि सनलाइट जैसे ब्रांडों के तहत अपने उत्पाद बेचती है. यह पाम तेल बागान और नवीकरणीय पवन ऊर्जा कारोबार में भी है. वर्ष 2019 में बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद ने दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से 4,350 करोड़ रुपये में रुचि सोया अधिग्रहण किया था.
पटनाः Edible Oil Price: पतंजलि फूड्स लिमिटेड जल्द ही सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल और पाम तेल के दाम में 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने जा रहा है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार उपभोक्ताओं को जल्द ही यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी. जानकारी के लिए बता दें कि इस महीने की शुरुआत में खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेल कंपनियों को वैश्विक कीमतों में आई गिरावट के अनुरूप खाद्य तेलों के दाम घटाने का निर्देश दिया था.
इन तेल की कीमतों में 10 से 15 रुपये हुई कटौती
पतंजलि फूड्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजीव अस्थाना के अनुसार हम एक या दो दिन में पाम तेल, सूरजमुखी तेल और सोयाबीन तेल की कीमतों में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कमी करने जा रहे हैं. पिछले 45 दिन के लिहाज से देखा जाए, तो कुल कटौती 30-35 रुपये प्रति लीटर होगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पतंजलि फूड्स की प्रतिद्वंद्वी कंपनियों ने पिछले डेढ़ माह में इस अनुपात में कटौती नहीं की है. जल्दी ही सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल और पाम तेल का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
इन ब्रांडों के तहत अपने उत्पाद बेचती है पतंजलि
बता दें कि पतंजलि फूड्स रुचि गोल्ड, महाकोश, सनरिच, न्यूट्रेला, रुचि स्टार और रुचि सनलाइट जैसे ब्रांडों के तहत अपने उत्पाद बेचती है. यह पाम तेल बागान और नवीकरणीय पवन ऊर्जा कारोबार में भी है. वर्ष 2019 में बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद ने दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से 4,350 करोड़ रुपये में रुचि सोया अधिग्रहण किया था.
पोर्टफोलियो के उत्पादों के घटाए दाम
सफोला ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि मैरिको लिमिटेड हमेशा भारत भर में अपने उपभोक्ताओं के लिए सर्वोत्तम मूल्य और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. हाल ही में उपभोक्ताओं को घटी खाद्य तेल कीमतों का लाभ देने के लिए अपने पोर्टफोलियो के उत्पादों के दाम घटाए हैं. भारत अपनी घरेलू खाद्य तेल जरूरत का 60 प्रतिशत आयात से पूरा करता है. अक्टूबर को समाप्त होने वाले विपणन वर्ष 2020-21 के दौरान देश ने लगभग 1.3 करोड़ टन खाद्य तेल का आयात किया.
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