पूर्णिया : सीमांचल और कोसी के लाखों लोगों का सपना जल्द साकार हो सकता है. पूर्णिया के वायु सैनिक हवाई अड्डा से जल्द शुरू हो सकती है सिविल हवाई सेवा. एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का मामला सुलझ गया. दरअसल साल 2016 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान योजना के तहत घोषणा की थी कि पूर्णिया से भी हवाई सेवा बहाल होगी. हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज से सफर करेंगे. सिविल इन्क्लेव के निर्माण के लिए 52 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था. जिसमें एक तिहाई जमीन करीब 17 एकड़ जमीन जिला प्रशासन की ओर से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दिया गया था. 


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रैयतों ने किया था हाइकोर्ट में केस
जानकारी के मुताबिक, शेष जमीन के रैयतों ने हाईकोर्ट में केस कर दिया था. कई वर्षों से हाईकोर्ट में ये मामला पेंडिंग था. 9 मार्च 2022 को हाईकोर्ट ने पूर्णिया के जिला पदाधिकारी राहुल कुमार को निर्देश दिया था कि वो इस मामले का निपटारा कर जल्द सरकार को स्वीकृति के लिए रिपोर्ट भेजें.गौरतलब है कि 1962 में ही भारत-चीन युद्ध के बाद पूर्णिया में वायु सैनिक हवाई अड्डा बना था. यहां से कई बार सिविल सेवा की शुरुआत हुई लेकिन फिर बंद हो गई. अब इस इलाके के लाखों लोगों को हवाई सेवा जल्द शुरू होने की उम्मीद जगी है.


ललन सिंह ने किया था ट्वीट
असल में अपने सीमांचल दौरे के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्णिया हवाई अड्डे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूर्णिया में हवाई अड्डा बन कर तैयार हो गया. इस दौरान JDU अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने ट्वीट कर अमित शाह पर हमला बोला. ललन सिंह ने ट्वीट किया कि 'गृहमंत्री जी, पूर्णिया हवाई अड्डा कब बन गया, बताइए तो जरा ? कृपया हमारा ज्ञानवर्धन कीजिए. कम से कम अब तो बिहार के लोगों को ठगना बंद कीजिए. सोचिए जिस देश का गृहमंत्री ही जुमलेबाज हो, उस देश का भविष्य क्या होगा ? अब तो भाजपा मुक्त देश ही एक मात्र विकल्प है.'