पटना : पटना में 3 मार्च को जन विश्वास महा रैली का आयोजन होने जा रहा है. जिसकी मुख्य उद्देश्य है कि इसमें महागठबंधन के विभिन्न नेताओं की भागीदारी होगी. इस रैली में भारी भीड़ की उम्मीद है और इसका उद्देश्य मोदी सरकार के खिलाफ असंतोष दिखाना है. राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य, डी राजा और सीताराम येचुरी जैसे प्रमुख नेता इसमें शामिल होंगे.


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महागठबंधन के नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि लोगों में मोदी सरकार के खिलाफ बहुत अधिक गुस्सा है. इसी को देखते हुए रैली का आयोजन किया गया है. उन्होंने इस रैली में 10 लाख से अधिक लोगों की भागीदारी की उम्मीद जताई है. समय की कमी के बावजूद, यह रैली अभूतपूर्व होने की उम्मीद है. आरजेडी के महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी इस रैली में भारी भीड़ की संभावना जताई है. उन्होंने कहा कि लोगों में गुस्सा है और इससे यह साफ है कि रैली में अपार भीड़ होगी.


तेजस्वी यादव अभी बिहार में जन विश्वास यात्रा पर हैं, जिसमें भीड़ उमड़ रही है. उनकी यात्रा 20 फरवरी से शुरू होकर 29 फरवरी को समाप्त होगी, और उसके बाद 3 मार्च को पटना में जन विश्वास महा रैली में उनका सम्मानित स्थान होगा. इस रैली में पूरा पटना भरी हो जाएगा और सभी व्यवस्थाएं सुगमता से की गई हैं. नेताओं ने लोगों को संबोधित किया है और उन्हें रैली में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है.


इस रैली का आयोजन महागठबंधन के सभी पार्टी नेताओं ने मिलकर किया है. कांग्रेस, आरजेडी और अन्य पार्टियों के नेता समूह में शामिल होकर रैली को सफल बनाने का निर्णय लिया है. इस रैली में लोगों को अपनी आवाज़ बुलंद करने का मौका मिलेगा और वे मोदी सरकार के कई निर्णयों के खिलाफ अपनी ताक़त दिखा सकेंगे. इसके साथ ही, यह रैली महागठबंधन के नेताओं के बीच साझेदारी और एकता को भी मजबूत करेगी.


आखिरकार इस रैली में लोगों का समर्थन दिखाकर, महागठबंधन नेताओं ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि वे जनता के साथ खड़े हैं. उनकी मांगों को समर्थन करते हैं. यह रैली निश्चित रूप से मोदी सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम होगा और लोगों को साथ लेकर एक मजबूत विपक्ष बनाए रखने में मदद करेगा.


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