Patna: बीजेपी प्रवक्ता और सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव के द्वारा एम्बुलेंस को लेकर लगाए गए आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सफाई दी. उन्होंने कहा कि 'मैं बदनामी से नहीं डरता लेकिन कोई तथ्य के साथ कुछ कहें तभी ठीक है.'


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, पप्पू यादव द्वारा उटाए गए एंबुलेंस मामले के एक सप्ताह बाद राजीव प्रताप रूडी ने प्रेस वार्ता कर अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर सफाई दी. जिसके बाद बिहार में बयानबाजी भी तेज हो रही है.


वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि 'बीजेपी भारतीय जल्लाद पार्टी है और उसके  हवा-हवाई सांसद एंबुलेंस प्रकरण के एक सप्ताह बाद झुंड दलील दे रहे है और कह रहे है की मेरी कोआर्डिनेशन कमेटी एम्बुलेंस चलवा रही थी.'


कांग्रेस नेता ने कहा, 'राजीव प्रताप रूडी ने मुखिया को एम्बुलेंस दि थी या ग्राम सेवक को, अगर ग्राम सेवक को दि थी तो चलाने का हक ग्राम सेवक को है, पंचायत सेवक को है आप चलाने वाले कौन होते हैं.'
 
राजेश राठौड़ ने आगे कहा कि 'राजीव जी आप अपने ही दलील से फंस गए हैं. सरकारी एंबुलेंस को आपने अपने घर में रखा हुआ था. अगर सरकार निष्पक्ष है तो आप पर मुकदमा हो और हत्या का मुकदमा हो. क्योंकि एंबुलेंस अगर अस्पताल में होती तो हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती थी लेकिन आपने ऐसा नहीं किया. आपके एंबुलेंस रखने के चलते हजारों लोगों की जान चली गई है. इसलिए आप पर हत्या का मुकदमा होना चाहिए. साथ ही आपको अपने क्षेत्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए.'


इधर, RJD के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि 'राजीव प्रताप रूडी एक बार फिर अपने बयानों पर फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं. जब एमपी फंड से आपने अनुशंसा किया कि हम हर एक पंचायत को एंबुलेंस दे रहे हैं तो जिला प्रशासन उसका टेंडर करती है और वह एंबुलेंस जिला प्रशासन के अधिकार में रहेगा. वह सांसद महोदय के अधिकार में नहीं होगा.'


वहीं, JDU के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा 'राजीव प्रताप रूडी बीजेपी के बड़े नेता हैं और सांसद हैं. लंबे समय तक उन्होंने अपना संसदीय जीवन जिया है और आज भी जनता की सेवा कर रहे हैं. कुछ समय पहले उन पर आरोप लगाए गए थे और उन आरोपों का उन्होंने विस्तार पूर्वक जवाब दिया है. यह विपदा की घड़ी है इस विषम परिस्थिति में पक्ष और विपक्ष कंधे से कंधा मिलाकर चले और आरोप-प्रत्यारोप से हर किसी को परहेज करना चाहिए क्योंकि हम सबको जनता की सेवा करनी है.'


उन्होंने कहा, 'जीपीएस कंट्रोल रूम बनाने वाले यह कौन होते हैं. जिला प्रशासन तय करेगा किसको कहां जाना है, यह एमपी और विधायक नहीं तय करता. रूडी ने अपने कुकृत पर पर्दा डालने का ऐसा काम किया है.'


शक्ति यादव ने कहा, 'एक तरफ लोग एंबुलेंस के बिना तड़प-तड़प के मर रहे हैं और एंबुलेंस का किराया 4 गुना बढ़ गया है. दूसरी तरफ राजीव प्रताप रूडी अपने पापों को ढकने के लिए पुनः एक बार बयानबाजी कर रहे हैं और फिर फंस रहे हैं. अगर वह पंचायत सेवक को एंबुलेंस देते हैं तो अधिकार पंचायत सेवक का होगा ना की मुखिया का. पंचायत सेवक ही संचालित करेगा, मुखिया संचालित नहीं करेगा और यह अधिकार रूडी को किसने दिया है.'