पिता को बताए बिना ही रक्षा झा ने शुरू किया बिहार का पहला बस कैफे, मिलेगी यहां ये खास सुविधाएं
चाहे जमाना कितना भी आगे क्यों ना बढ़ जाए, महिलाओं को घर संभालने और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए ही बेहतर समझा जाता है. लेकिन आज के दौर में महिलाएं पुरुषों से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है.
Patna: चाहे जमाना कितना भी आगे क्यों ना बढ़ जाए, महिलाओं को घर संभालने और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए ही बेहतर समझा जाता है. लेकिन आज के दौर में महिलाएं पुरुषों से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है. ऐसी ही एक उदाहरण है बिहार की बेटी रक्षा झा.
एक साल की कठिन मेहनत और अपने क्रिएटिव आइडिया से रक्षा ने पटना में बिहार का पहला बस कैफे शुरू किया है, जिसका नाम एमडब्ल्यूबिस्ट्रो (MW Bistro) है. जिसका मतलब है महफिल ऑन व्हील (Bus Cafe). डबल डेकर इस बस के निचले फ्लोर पर कुर्सी-टेबल पर बैठकर खाने की व्यवस्था है. वहीं, ऊपरी तल्ले पर महफिल सजाने का भी प्रबंध है. एक प्रोजेक्टर भी लगा है, जिस पर मूवी या गाने देखते हुए महफिल सज सकती है.
रक्षा झा ने बताया कि बचपन से सोचा था बिजनेस करूंगी ,पापा को देखती आई हूं. वो भी बिजनेसमैन है. शुरुआत में मम्मी और मामा का साथ मिला. लेकिन जब स्टार्टअप शुरू हुआ तो पापा भी खुश हो गए. रक्षा ने बताया कि एक पुलिस चौकी के बाहर लगी हुई पुरानी डबल डेकर बस देखकर उनको ये आईडिया आया था कि इसमें कुछ बदलाव करके क्रिएटिव कर सकते है.
अररिया जिले की रहने वाली रक्षा झा का बस कैफे पटना के कुर्जी इलाके में मौजूद है. बेहद खूबसूरत इंटीरियर और लाइटिंग के बीच लजीज व्यंजनों का स्वाद आपका मन खुश कर देगी. बस कैफे के परिसर में बॉर्नफायर, झोपड़ी और हार्ट थीम पर भी बैठने की जगह है. इसके अलावा बस के ड्राइविंग केबिन में किचन है. जहां से खाने की खुशबू आती रहती है. बेहद खूबसूरत लाइटिंग और म्यूजिक के बीच अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने के लिए यहां आ सकते हैं. इसके साथ ही एमडब्ल्यू बिस्त्रो के कैश काउंटर पर हाथों में टैब लिए काम करती हैं.
(इनपुट निषाद)