Ratan Tata Passed Away: टाटा संस के मानद चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उद्योगपति का राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा. रतन टाटा को चाहने वाला हर कोई इस बीच बिहार से उनका क्या नाता रहा है, इसके बारे में जानने की कोशिश में लगा हुआ है. आज हम इस ऑर्टिकल में जानने की कोशिश करेंगे की रतन टाटा का बिहार से क्या कनेक्शन था? 


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टाटा स्टील की स्थापना जब हुई थी तब जमशेदपुर बिहार में था. 26 अगस्त, 1907 को टाटा स्टील की स्थापना की गई थी. अब टाटा स्टील झारखंड में आता है, जो जमशेदपुर जिले में है. यह जिला झारखंड का हिस्सा बन गया था, जब बिहार से झारखंड अलग हुआ था. तब बिहार और झारखंड एक राज्य थे. इसलिए टाटा ग्रुप के इतिहास में बिहार से खास कनेक्शन है. साल 2000 में झारखंड अलग राज्य बना.


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इस तरह से देखा जाए तो टाट ग्रुप का बिहार से बहुत गहरा नाता है. रतन टाटा जब जमशेदपुर बिहार में था, तब भी इस नगरी में आते थे. इसलिए उनका बिहार से खास लगाव माना जाता है. टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदजी नूसर्वानजी टाटा थे. टाटा ग्रुप ने इस शहर को बसाया था. जमशेदजी नूसर्वानजी टाटा के नाम रखा था.


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रतन टाटा का 9 अक्टूबर, 2024 बुधवार की देर रात निधन हो गया. रतन टाटा के निधन से भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के उद्योग जगत को तगड़ा झटका लगा है. रतन टाटा की शख्सियत को देखें, तो वो सिर्फ एक बिजनेसमैन ही नहीं, बल्कि एक सादगी से भरे नेक और दरियादिल इंसान भी थे. वो देश के लिए हमेशा आदर्श और प्रेरणास्रोत रहेंगे. देश पर जब भी मुसीबत आया, वह सदैव मदद के लिए आगे आए.


 


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