Patna:केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि केंद्र प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल श्री तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा तक पटना मेट्रो के विस्तार के अनुरोध पर विचार करेगा. पुरी वीर बाल दिवस के अवसर पर श्री तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा में आयोजित एक समारोह में भाग लेने के लिए बिहार की राजधानी पटना पहुंचे थे. हरदीप सिंह पुरी के पास नरेंद्र मोदी सरकार में आवास और शहरी मामलों का विभाग है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वीर बाल दिवस श्री गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है. पटना साहिब गुरुद्वारा उस स्थान पर स्थित है जहां चार शताब्दी पहले दसवें सिख गुरु का जन्म हुआ था और इस समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल हुए . इस अवसर पर बोलते हुए, प्रसाद ने पुरी से पुराने शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में स्थित गुरुद्वारे तक पटना मेट्रो के विस्तार पर विचार करने का आग्रह किया जिस पर मंत्री ने जवाब दिया कि वह दिल्ली लौटने पर इस मामले को देखेंगे. 


बाद में हरदीप सिंह पुरी ने कहा, 'फिलहाल हमें प्रसाद की ओर से गुरुद्वारा को पटना मेट्रो से जोड़ने के लिए एक लिखित अनुरोध प्राप्त हुआ है. हम व्यवहार्यता का अध्ययन करने के लिए एक सर्वेक्षण करेंगे.' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि परियोजना के विस्तार के लिए बिहार सरकार की ओर से औपचारिक प्रस्ताव मिलने के बाद ही इस मामले में कोई प्रगति हो सकती है. 


मेट्रो रेल परियोजनाएं केंद्र और संबंधित राज्यों के बीच आपसी सहयोग से संचालित की जा रही हैं. पटना स्थित प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थली श्री तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा में देश- विदेश से सिख आते हैं. विशेष रूप से गुरु गोबिंद सिंह की जयंती प्रकाश पर्व के दौरान काफी संख्या में सिख यहां आते हैं. 


सिख समुदाय से आने वाले एक मात्र केंद्रीय मंत्री पुरी, ने श्री तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा में प्रार्थना की और सिख समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की तथा वापसी से पहले बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात की. पूरी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स'(पूर्व में ट्विटर) पर तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में अपनी भावनात्मक यात्रा का जिक्र करने के साथ अपने एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी के सिख संगत के प्रति स्नेह की सराहना की. भाषा