मंडी में 9 दिनों से रोजगार के लिए धरने पर बैठे स्थानीय युवा, कहा- कंपनी ने दिया था आश्वासन
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मंडी में 9 दिनों से रोजगार के लिए धरने पर बैठे स्थानीय युवा, कहा- कंपनी ने दिया था आश्वासन

Mandi News: मंडी में कंपनी ने स्थानीय लोगों रोजगार देने का आश्वासन दिया था, जिसे पूरा नहीं किया गया. ऐसे में स्थानीय युवा 9 दिनों से रोजगार के लिए धरने पर बैठे हैं. 

मंडी में 9 दिनों से रोजगार के लिए धरने पर बैठे स्थानीय युवा, कहा- कंपनी ने दिया था आश्वासन

Mandi News: मंडी शहर के नजदीक और सदर उपमंडल की ग्राम पंचायत तुंग, तबेला स्कोर व अरड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग 154 के निर्माण कार्य के चलते ग्राम पंचायत व स्थानीय युवा बेरोजगार संघ ग्राम पंचायत तुंग के बैनर तले टनल निर्माण के स्थान पर बीते 9 दिनों से धरने पर बैठे है. 

स्थानीय युवाओं का कहना है कार्य शुरू होने से पहले ही कंपनी ने स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन कंपनी द्वारा कार्य किसी अन्य ठेकेदार को दे दिया गया. स्थानीय बेरोजगार संघ के अध्यक्ष एवं तुंग पंचायत के उपप्रधान योगराज ने बताया कि ग्राम सभा के माध्यम से कंपनी के जीएम को प्रस्ताव सौंपा था, जिसमें 70 प्रतिशत रोजगार और मशीनरी स्थानीय लोगों को प्रोवाइड करवाया जाए, लेकिन कंपनी द्वारा कार्य किसी अन्य ठेकेदार को ये दे दिया गया.

जिसके खिलाफ शांति प्रिय तरीके से 22 तारीख से इस धरने पर बैठे है. उन्होंने कहा की कंपनी द्वारा जो भी मदद मांगी गई. उसे स्थानीय लोगों ने प्राथमिकता के तौर पर पूरा किया और कंपनी द्वारा यह आश्वासन भी दिया गया था की प्राथमिकता के आधार पर स्थानीय लोगों को ही रोजगार दिया जाएगा, लेकिन इस बात की कंपनी द्वारा पूरी अनदेखी की गई है.

वहीं, 22 दिसंबर को ठेकेदार द्वारा कार्य शुरू कर दिया और 23 तारीख को कंपनी के अधिकारियों से मिले और उन्होंने फिर आश्वासन दिया कि हम कंपनी के उच्च अधिकारियों से बातचीत करते है. योगराज ने बताया कि अब ठेकेदार द्वारा दबाव बनाया जा रहा है और सीएम के लगातार फोन आ रहे है.

उन्होंने बताया कि कंपनी ने उसके बाद घुटने टेक दिए और बताया कि हम अब कुछ नहीं कर सकते है. उन्होंने कहा की अगर स्थानीय लोगों से ठेकेदार का समझौता होता तो ठीक है नहीं तो कंपनी अपने तौर पर कार्य करेगी. योगराज ने कहा की हमारी मांगों को अगर नहीं माना जाता है तो यह धरना आंदोलन की ओर बढ़ेगा और मांग पूरी न होने तक जारी रहेगा.

वहीं ग्राम पंचायत नसलोह के प्रधान करतार सिंह ने कहा की सर्वे के समय एनओसी कंपनी ने पंचायत से मांगी थी और उस दफा ग्राम सभा में लोगों से यह बात कही गई थी कि स्थानीय लोगों को ही रोजगार यहां पर दिया जाएगा, लेकिन आज जो देखने को मिल रहा है कि कंपनी अपने कहे से बिल्कुल विपरीत चल रही है जिस कारण स्थानीय युवाओं को धरने पर बैठना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि इस विषय पर विशेष ध्यान देकर स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया करवाए जा सके.

वहीं, भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के जनरल मैनेजर आरसीएस रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि टनल निर्माण के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस 20 तारीख को मिली थी और 22 तारीख को पी 2 टनल का कार्य शुरू करना था, लेकिन ग्रामीण लोगों ने कार्य में रुकावट डाल कार्य खुद करने की मांग रखी.

उन्होंने कहा की ग्रामीण लोगों को जहां तक संभव होगा. वहां कार्य दिलाने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा की कंपनी में 100 में से 90 अधिकारी कर्मचारी और वर्कर हिमाचल से ही है. उन्होंने काम शुरू करने और संभव स्थिति में ग्रामीण लोगों रोजगार देने की बात कही और ग्रामीणों को संयम से काम लेने को कहा. 

रिपोर्ट- नितेश सैनी, मंडी  

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