RCP Singh की बेटी लिपि सिंह फील्ड से हटाई गई, अब इस अहम जिम्मेदारी को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम
बिहार सरकार की तरफ से बड़े पैमाने पर IAS-IPS अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. इन अधिकारियों में कई जिले के एसपी और डीएम शामिल हैं जिनका तबादला किया गया है. उनकी जगह पर नए अधिकारियों की पोस्टिंग भी कर दी गई है.
Bihar IAS-IPS Transfer Posting: बिहार सरकार की तरफ से बड़े पैमाने पर IAS-IPS अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. इन अधिकारियों में कई जिले के एसपी और डीएम शामिल हैं जिनका तबादला किया गया है. उनकी जगह पर नए अधिकारियों की पोस्टिंग भी कर दी गई है. ऐसे में इस सूची में एक नाम ऐसा है जिसे सुनकर सभी उसके बारे में जानना चाहते हैं. दरअसल सुर्खियों में रहनेवाली बिहार कैडर की तेज तर्रार IPS अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री, जदयू के पूर्व नेता RCP Singh की बेटी लिपि सिंह का नाम भी इस सूची में शामिल है.
बता दें कि लिपि सिंह को फिल्ट से हटाकर कमांडेंट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वह अब एसएसबी में कमाडेंट की जिम्मेदारी संभालेगी. लिपि सिंह अब BMP में कमाडेंट बनाई गई हैं. वह डिहरी में इस पद पर तैनात की गई हैं. उनको फील्ड से हटाकर इस जिम्मेदारी पर लाने को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे हैं.
लिपि सिंह के पिता आरसीपी सिंह द्वारा जदयू से बगावत और बिहार में महागठबंधन की सरकार का होना इन दोनों चीजों से जोड़कर इसे देखा जा रहा है. जबकि पुलिस महकमे में ऐसे ट्रांसफर अक्सर होते रहते हैं और अधिकारियों की जिम्मेदारी बदलती रहती है. इसमें से कई अधिकारी तो ऐसे होते हैं जो फील्ड से कुछ समय के लिए ब्रेक लेना पसंद भी करते हैं. जबकि कई अधिकारियों को लगता है कि ऐसे तबादले से उन्हें शंट किया गया है.
वैसे लिपि सिंह की पहचना बिहार के तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों में रही है. हालांकि मुंगेर में दुर्गा पूजा के दौरान प्रतिमा विसर्जन के समय पुलिस के द्वारा फायरिंग और एक युवक की मौत के बाद वह विवादों में भी घिर गई थीं. लोग तब लिपि सिंह के खिलाफ गुस्से में थे और सड़कों पर उतर आए थे. इसके बाद पुलिस पर हमले भी हुए पर लिपि सिंह पर उस दौरान लंबे समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. बता दें कि तब लिपि सिंह के पिता RCP सिंह के हाथ में जदयू की कमान थी और वह नीतीश के खास थे. इसके बाद जब सरकार पर ढेर सारे सवाल उठने लगे तो इस मामले में कार्रवाई भी हुई.
बता दें कि शनिवार को बिहार सरकार की तरफ से भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों और भारतीय पुलिस सेवा के अफसरों के तबादले का आदेश जारी किया गया इसमें 26 अफसर बिहार पुलिस सेवा के थे जिसमें लिपि सिंह का भी नाम शामिल था.