पटना: मौसम विभाग ने बिहार के 5 जिलों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, किशनगंज और गोपालगंज शामिल हैं. इसके साथ ही 7 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है. पटना समेत 13 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों के डीएम को सतर्क रहने और सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं.


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मौसम विभाग के अनुसार नेपाल और बिहार से लगे तराई इलाकों में भारी बारिश हो रही है, जिससे गंडक और कोसी नदियों में जलस्तर बढ़ने का खतरा है. शनिवार को गंडक और कोसी में 5 से 6 लाख क्यूसेक पानी के डिस्चार्ज की चेतावनी दी गई है, जिससे इन क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है. बगहा में गंडक नदी का जलस्तर शुक्रवार शाम तक 1.6 लाख क्यूसेक पार कर गया है और यह शनिवार तक 5.5 लाख क्यूसेक तक पहुंच सकता है.


साथ ही कोसी नदी में 56 साल का रिकॉर्ड टूटने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि इसमें 6 लाख 81 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने की उम्मीद है. सुपौल, सहरसा, मधुबनी और दरभंगा जिलों में भारी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. पिछले 24 घंटों में कई जिलों में भारी बारिश हुई है, जिससे प्रदेश में औसत बारिश की कमी 28% से घटकर 23% हो गई है. भागलपुर में गंगा के तेज बहाव से एक पुल का हिस्सा धंस गया, जिससे हजारों लोगों को परेशानी हो रही है. सुपौल में बाढ़ जैसी स्थिति बन चुकी है, जहां थाने तक पानी भर गया है और पुलिसकर्मी भी परेशान हो रहे हैं.


बिहार की कई नदियां उफान पर हैं, खासकर कोसी और गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और रसेला, मनिहारी, अमदाबाद और बरारी जैसे इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है.


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