छपराः छपरा जहरीली शराब कांड पर सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. भारतीय जनता पार्टी ने मोर्चा खोल रखा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हमलावर हैं. सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जहरीली शराब कांड में मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए. बीजेपी कोर्ट तक जायेगी. उन्होंने कहा है कि मृतकों के परिवार से मिला हूं. छपरा में मरने वाले के आंकड़े को सरकार छुपा रही है. 


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घर-घर में आतंक का माहौल
पुलिस वाले घर-घर घूम कर आतंक का माहौल बना रहे हैं. बहुत सी लाशों को बिना पोस्टमार्टम के जला दिया गया है. दो घूंट शराब पी ली तो उसे मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार कहते हैं कि जो पिएगा वो मरेगा. कानून के अंदर लिख दिया जाना चाहिए की जो पिएगा वह मरेगा. जहरीली शराब को थाने से आपूर्ति की गई. थाने वाले ने लोकल लेवल पर बनाने वाले को आपूर्ति कर दी. 


सीएम पर बोला हमला
नेशनल अपराध ब्यूरो के मुताबिक पिछले छह साल में छह लोगों की मौत हुई. यह मानने वाले हैं कि मरने वाले में 90 फीसदी दलित, EBC, और ओबीसी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह रहें हैं कि मुआवजा नहीं दिया जाएगा. लेकिन 2016 में वो दिए हैं. कानून कहता है कि डीएम मुआवजे के लिए अनुशंसा करें. इतनी बड़ी घटना के बावजूद आपने एसपी पर कार्रवाई नहीं की. मैं शराबबंदी के पक्ष में हूं. जीतन राम मांझी आज चुप हैं. आज वे छपरा नहीं गए. वे कहते हैं कि थोड़ी थोड़ी पिया करो.


छपरा में हो रही है कार्रवाई
बिहार में लगातार हो रही जहरीली शराब से मौत के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है. छपरा, सिवान और बेगुसराय में जहरीली शराब से हो रही मौत का सिलसिला लगातार जारी है. इधर, छपरा पुलिस ने ताबड़तोड़ शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. छपरा शराब कांड की जांच के लिए एसआईटी टीम बनायी गयी है.


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