रांचीः Sachin Pilot on Sammed Shikhar Ji: झारखंड के गिरिडीह में स्थिति सम्मेद शिखर जी को लेकर जारी विवाद अभी थम नहीं रहा है. जैन समाज इसे लेकर लगातार विरोध कर रहा है और उनकी मांग है कि सम्मेद शिखर जी को पर्यटन क्षेत्र न घोषित किया जाए, उसे तीर्थ स्थल ही रहने दिया जाए. इस बारे में कई राजनेताओं के बयान भी सामने आए हैं. झारखंड गवर्नर रमेश बैस, बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद अब राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का भी साथ मिला है. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी पत्र लिखा है. 


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फैसले पर दोबारा सोचना चाहिएः सचिन पायलट
डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी को लिखे पत्र में कहा है कि 'जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सम्मेद शिखर जी को टूरिस्ट स्पॉट घोषित करने के फैसले पर दोबारा सोचना चाहिए. सरकार के इस फैसले से जैन समुदाय में खासा आक्रोश है.'मैं आपका ध्यान केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा हाल ही में जैन समुदाय के पवित्र तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने से जैन समुदाय में व्याप्त भारी आक्रोश की ओर आकर्षित करना चाहता हूं.'


सरकार के खिलाफ असंतोष
इसके साथ ही पायलट ने लिखा है कि 'श्री सम्मेद शिखरजी पारसनाथ पर्वतराज जैन समुदाय की आस्था का प्रमुख केंद्र है. पर्यटन मंत्रालय द्वारा श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने से जैन समुदाय की आस्था को गहरा आघात लगा है. जैन धर्मावलंबियों में इस धार्मिक, भावनात्मक और संवेदनशील मुद्दे पर केंद्र सरकार के रवैये के खिलाफ असंतोष व्याप्त है और देश के विभिन्न हिस्सों में जैन समुदाय केंद्र सरकार के इस निर्णय के विरोध में आंदोलनरत है.'