Shani Sadesati Shani Ki Dhaiya: ज्योतिष शास्त्र में शनि का गोचर बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. शनि के प्रभाव से कुछ राशियों को साढ़ेसाती का सामना करना पड़ता है, तो कुछ को ढैय्या. इन दोनों ही स्थितियों में जीवन में बड़े बदलाव और चुनौतियां आती हैं. वर्तमान में शनि कुंभ राशि में हैं और 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे. यह गोचर कई राशियों की स्थिति को बदलने वाला है.


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शनि का वर्तमान प्रभाव
आचार्य मदन मोहन के अनुसार जनवरी 2023 में शनि ने कुंभ राशि में प्रवेश किया था जिससे मकर, कुंभ और मीन राशियों पर साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो गया. इस समय कर्क और वृश्चिक राशियों पर ढैय्या चल रही है.


साल 2025 का बड़ा परिवर्तन
29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 3 जून 2027 तक वहीं रहेंगे. इस परिवर्तन से मीन, मेष, सिंह और धनु राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा.


मेष राशि: पहला चरण
शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा. इस दौरान मेष राशि के जातकों को मानसिक तनाव, कामकाज में रुकावट और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, यह समय आत्मनिरीक्षण और धैर्य से समस्याओं को हल करने का भी है.


मीन राशि: दूसरा चरण
मीन राशि के लिए यह साढ़ेसाती का दूसरा चरण होगा. कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिलने की संभावना है. इस समय आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है, लेकिन अतिरिक्त मेहनत की जरूरत होगी.


कुंभ राशि: अंतिम चरण
कुंभ राशि के लिए साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण शुरू होगा. यह समय जीवन में स्थिरता लाने और पुरानी समस्याओं का समाधान करने का है.


ढैय्या का आरंभ और समापन
2025 में शनि के गोचर से कर्क और वृश्चिक राशियों को ढैय्या से राहत मिलेगी. वहीं सिंह और धनु राशियों पर ढैय्या शुरू होगी. इन राशियों को अगले ढाई साल तक चुनौतियों और कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.


प्रमुख राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या


  • मेष राशि: साढ़ेसाती का पहला चरण 29 मार्च 2025 से 31 मई 2032 तक.

  • मीन राशि: साढ़ेसाती का दूसरा चरण 29 अप्रैल 2022 से 8 अगस्त 2029 तक.

  • कुंभ राशि: साढ़ेसाती का अंतिम चरण 24 जनवरी 2020 से 3 जून 2027 तक.

  • सिंह और धनु राशि: ढैय्या 29 मार्च 2025 से 3 जून 2027 तक.


आगे का मार्ग
शनि का प्रभाव हर व्यक्ति के लिए अलग होता है. यह उनकी कुंडली और अन्य ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है. शनि सख्त न्याय करने वाला ग्रह है, लेकिन यह अनुशासन, मेहनत और धैर्य से सफलता भी देता है.


आचार्य मदन मोहन का सुझाव


  • नियमित रूप से शनि मंत्र का जाप करें.

  • शनिवार को जरूरतमंदों को दान करें.

  • अनुशासन और ईमानदारी से कार्य करें.


साल 2025 का यह गोचर आपके जीवन में नई दिशा और ऊर्जा ला सकता है, बशर्ते आप शनि के प्रभाव को समझदारी से अपनाएं.


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