Shani Vakri 2024: शनि देव अब कुंभ राशि में वक्री उल्टी चाल हो चुके हैं. यह स्थिति 29 जून 2024 से शुरू हुई है और 15 नवंबर 2024 तक जारी रहेगी. वक्री अवस्था में शनि कई राशियों को कष्ट दे सकते हैं, इसलिए इस दौरान कुछ कामों से बचना चाहिए जिनसे शनि देव की नाराजगी हो सकती है. इस अवधि में शनि सामान्य से अधिक प्रभावशाली होते हैं और उनकी परेशानियों का सामना करने वाले राशियों के लिए यह समय कठिन हो सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आचार्य मदन मोहन के अनुसार शनि की वक्री अवस्था शुभ नहीं मानी जाती. खासकर उन राशियों के लिए यह और भी कष्टकारी हो सकता है जिन पर पहले से ही शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है. वर्तमान में मीन, कुंभ और मकर राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, जबकि वृश्चिक और कर्क राशियों पर शनि की ढैय्या का असर है. इस दौरान शनि देव उन लोगों को दंडित करते हैं जो अप्रिय कार्य करते हैं या जिनसे उनकी नाराजगी बढ़ती है. इसलिए शनि वक्री के समय कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. इस अवधि में किसी भी काम में मनुष्य और पशु-पक्षियों को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए. कटु वचन बोलने और लालच से दूर रहना चाहिए.


इसके अलावा शनि देव से शुभ फल पाने के लिए प्रतिदिन स्नान करना चाहिए, सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. शनिवार के दिन शनि देव और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. साथ ही जरूरतमंदों को कंबल, छाता, अनाज, वस्त्र आदि का दान भी करना चाहिए. इस प्रकार, 15 नवंबर 2024 के बाद, जब शनि मार्गी होंगे, तब राहत मिलने की संभावना है.


ये भी पढ़िए- Independence Day 2024: देश की आजादी के लिए बिहार की इन वीरांगनाओं ने खुद को किया समर्पित