सीतामढ़ी : सीतामढ़ी में बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. वन विभाग की टीम 14 दिन से बाघ को जिले भर में ढूंढ रही है, लेकिन बाघ इतना शातिर है कि बार-बार अपना ठिकाना बदलकर लोगों का शिकार कर रहा है. बुधवार के सुबह बाघ के नए पगमार्क मिले हैं. वन विभाग की टीम पगमार्क के आधार पर बाघ को ढूंढने की कोशिश कर रही है. बाघ का ठिकाना बदलने से टीम की योजना भी फेल साबित हो रही है.


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जगह बदलने में माहिर है बाघ
वन विभाग की टीम पिछले 14 दिन से बाघ क ढूंढ रही है, लेकिन अभी तक बाघ का कुछ पता नहीं चल पाया है. बाघ इतना शातिर है कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में उसको समय नहीं लगता है. जब तक वन विभाग की टीम जब तक अपना जाल लगाती तब तक बाघ अपनी जगह बदल देता. वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है. बता दें कि बुधवार सुबह जब किसान खेतों में खाद छींटने आए तो वहां उनको बाघ ने पगमार्क मिले है. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है. टीम ने ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है.


पगमार्क के निशान पर जुटी वन विभाग की टीम
बता दें कि वन विभाग की टीम पगमार्क के निशान पर जांच में जुट गई है. टीम के सदस्य ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं कि घर से निकलते समय सावधानी बरतें. टीम पूरी लोगों को पकड़े ने की पूरी कोशिश कर रही है. टीम का कहना है कि गीले खेत में तो बाघ के पगमार्क बन रहे हैं, लेकिन ठोस मिट्टी पर पगमार्ग नहीं बन रहे हैं. इसी कारण बाघ टीम के साथ आंख मिचौली कर रहा है. टीम के सदस्य बाघ की चालबाज से परेशान है.


इस मामले में पर क्या कहते है अधिकारी
फॉरेस्ट विभाग के रेंजर एसके सोरेन ने बताया कि बाघ बहुत शातिर है और वो अपना बार-बार ठिकाना बदल देता है. वन विभाग की टीम पगमार्क का पीछा करते हुए सोमवार को बाघ के काफी करीब पहुंच चुके थे. टीम ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली थी. बाघ की घेराबंदी का पूरा इंतजाम था. पिंजरा लगाकर शिकार डाला, लेकिन हमलोग उसमें सफल नहीं हो पाए.


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