Patna: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर का असर लगातार देखने को मिल रहा है. ऐसे में राज्य सरकार भी टीकाकरण की तैयारी कर रही है. इस बीच सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार को कोरोना वैक्सीन के लिए कुछ सुझाव दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां भी बताई है. 


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केंद्र सरकार की विदेश नीति की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, 'अमेरिका कोविशील्ड उत्पादन के लिए तुरंत कच्चा माल देने जा रहा है और रूस ऑक्सीजन जेनरेटर देने के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी पूरी करने को तैयार हो गया. प्रधानमंत्री की विदेश नीति वैश्विक हित के साथ-साथ भारतीय हितों की रक्षा करने में भी सफल रही.'


 


उन्होंने आगे केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का लाभ यह कि आज कोरोना की दूसरी लहर के समय यूरोप, अमेरिका और खाड़ी के मुस्लिम देश सहित पूरी दुनिया भारत की मदद में एकजुट हो गई है. 



इसके अलावा उन्होंने जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि ब्रिटेन से 495 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, सिंगापुर-आस्ट्रेलिया-अरब देशों से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन सिलेंडर, पीपीई-किट और तरलीकृत ऑक्सीजन की बड़ी खेप आ रही है. 


 



उन्होंने केंद्र सरकार की विदेश नीति को लेकर ट्वीट करते हुए कहा, कोरोना संक्रमण के पहले दौर में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को हाइड्रोक्लोरोफिन  देकर और 80 से ज्यादा देशों को कोरोना टीके की 6.4 करोड़ वाइल देकर मदद की थी.'


 



उन्होंने विपक्ष को भी आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया, 'तब कांग्रेस, राजद सहित कई दल घरेलू जरूरतों की उपेक्षा का आरोप लगा रहे थे. भारत की यह उदारता आज संकटमोचक बन रही है.


 



वैक्सीन के दाम को लेकर भी उन्होंने ट्वीट किया, ' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर सेरम इंस्टीच्यूट ने कोविशील्ड के दाम कम कर दिये, जिससे यह वैक्सीन अब  400 रुपये की जगह 300 रुपये प्रति वाइल की दर से राज्यों को मिलेगी। इससे राज्यों पर दबाव कम होगा. 


 



 


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बिहार सरकार को टीकाकरण पर सलाह देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ' पहली मई से 18 पार के लोगों का कोरोना टीकाकरण करने की जरूरतों को देखते हुए बिहार सरकार को केवल भारत मे निर्मित वैक्सीन पर निर्भर न रहते हुए अन्य देशों की वैक्सीन समय पर मँगवाने के लिए ग्लोबल टेंडर का विकल्प खुला रखना चाहिए. 


 


 



 



उन्होंने आगे ट्वीट किया, 'केंद्र सरकार ने रूस में बनी स्पुतनिक सहित पांच विदेशी वैक्सीन के आयात की अनुमति देकर टीके की कमी दूर करने का रास्ता पहले ही साफ कर दिया है'