TamilNadu Violence: विपक्ष ही नहीं अपने गठबंधन दल के नेताओं के निशाने पर भी नीतीश कुमार
तमिलनाडु में हो रहे बिहारी मजदूरों के खिलाफ हिंसास को लेकर अब नीतीश सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं की तरफ से भी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. हालांकि इसके साथ ही यह बी कहा जा रहा है कि सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं और इस मामले पर हर बिहारी को सही सलामत बाहर निकाल लिया जाएगा.
भागलपुर: तमिलनाडु में हो रहे बिहारी मजदूरों के खिलाफ हिंसास को लेकर अब नीतीश सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं की तरफ से भी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. हालांकि इसके साथ ही यह बी कहा जा रहा है कि सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं और इस मामले पर हर बिहारी को सही सलामत बाहर निकाल लिया जाएगा. भाजपा जहां एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश पर इस मामले को लेकर हमलावर है तो वहीं घटक दलों के नेता भी मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं.
आपको बता दें कि इस मामले में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजित शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बहुत ही दुखद घटना. बिहार के लोग ही पूरे देश मे जाकर काम करते हैं और देश का जो तरक्की हुआ है वह बिहारियों के कारण हुआ है. वहां के डीजीपी गलत बोल रहे हैं हमें भी जानकारी है वहां बिहारियों की हत्या हो रही है. इसपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश ने संज्ञान लिया है यह अच्छी बात है वो अधिकारी को भेज रहे हैं मामले की पूरी तरह से जांच हो और कड़ी कार्रवई हो.
वहीं अजित शर्मा ने पलायन पर भी बड़ी बात कही है उन्होंने कहा कि बिहार एक गरीब राज्य है विशेष राज्य के दर्जा की जरूरत है लेकिन कुछ नहीं हुआ. प्रधानमंत्री ने भागलपुर में कहा था करोड़ों देंगे लेकिन कुछ नहीं दिया. बिहार में कल कारखाने खुलने चाहिए जिससे पलायन कम होगा और इस तरह की घटना नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि आज जो पूरे देश की तरक्की हो रही, उसमें बिहारियों का हाथ है. बिहारी सभी राज्य में जाकर काम करते हैं. उस राज्य को तरक्की की ओर ले जाते हैं. अगर इस तरीके की घटना बिहारियों के साथ हो तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर वहां के सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. जो भी ऐसी घटना कर रहे हैं उसे सजा मिलनी चाहिए.