Tulsi Benefits: खाली पेट कीजिए तुलसी की पत्तियों का सेवन, ये बीमारियां आपको हमेशा के लिए बोल देंगी बाय बाय
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी को आयुर्वेद में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो तुलसी के अंदर कई तरह के एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है.
पटना: तुलसी के पौधे को लेकर कई प्रकार की धार्मिक मान्यता है. अगर इस पौधे की रोजाना पूजा करते है तो घर के अंदर सुख और शांति बनी रहती है और आर्थिक परेशानियों का संकट दूर होता है. हिंदू धर्म में तुलसी का पौध काफी पवित्र माना गया है. यह पौधा धार्मिक रूप से जितना महत्वपूर्ण है उतना ही आयुर्वेद के रूप से औषधीय माना गया है. अगर कोई इस पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल करता है तो कई रोग से मुक्त हो सकता है.
शरीर के लिए फायदेमंद है तुलसी
जानकारी के लिए बता दें कि औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी को आयुर्वेद में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो तुलसी के अंदर कई तरह के एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है. ये एंटीबैक्टीरियल पेट से संबंधित परेशानियां जैसे पाचन में परेशानी, पेट में जलन व एसिडिटी टाइप की दिक्कतों को दूर करने में कारगर है. इसके अलावा तुलसी शरीर के अंदर पीएच लेवल को भी बराबर रखती है.
आंखों में तुलसी का रस डालने से होता है ये लाभ
बता दें कि जिन लोगों को रात के समय दिखने में काफी परेशानी होती है वो तुलसी के पत्ते के रस से अपना बेहतर इलाज कर सकते हैं. बता दें कि कई लोगों को रतौंधी की समस्या रहती है. ऐसे मरीज को अपनी आंखों में रोजाना तुलसी के रस की 2 से 3 बूंदें नियमों के अनुसार डालें. आप पाएंगे की रतौंधी की समस्या जल्द ठीक हो जाएगी. इसके अलावा बता दें कि नाक की बीमारियों के लिए की काफी अच्छी साबित हुई है. नाक के अंदर अगर किसी भी प्रकार की परेशानी है तो तुलसी के पीसकर उसे सूंघ लें तो कई समस्या से मुक्त हो सकते है.
शरीर के पांचन तंत्र को मजबूत बनाती है तुलसी
तुलसी का एक फायदा यह भी है कि यह शरीर के पांचन तंत्र को भी मजबूत रखता है. कई लोगों की समस्या रहती है कि भूख कम लगती है ऐसे में पाचन शक्ति कमजोर होती रहती है. ऐसे में तुलसी की पत्तियों से पांचन तंत्र का इलाज किया जा सकता है. इसके लिए बस इतना करना होगा कि रोजाना सबुह गुनगुने पानी के साथ तुलसी के चार से पांच पत्तियां धोकर खाएं. रोजाना नियम अनुसार ऐसा करने से पाचन शक्ति बढियां होगी और भूख भी बढ़ेगी.