UP Nikay Chunav 2023: यूपी के मुसलमानों ने ओवैसी पर जताया भरोसा, मेरठ में AIMIM ने किया बड़ा उलटफेर, इससे किसको होगा नुकसान?
ओवैसी की पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद अनस मेरठ नगर निगम के मेयर चुनाव में आगे चल रहे हैं. हालांकि बीजेपी प्रत्याशी हरिकांत अहलूवालिया महज कुछ वोटों से ही पीछे चल रहे हैं.
UP Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में वोटों की गिनती जारी है. यूपी निकाय चुनाव के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है. मेयर सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी 16 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि एक सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का प्रत्याशी आगे चल रहा है. ओवैसी की पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद अनस मेरठ नगर निगम के मेयर चुनाव में आगे चल रहे हैं. हालांकि बीजेपी प्रत्याशी हरिकांत अहलूवालिया महज कुछ वोटों से ही पीछे चल रहे हैं. यहां पर सपा-रालोद गठबंधन की प्रत्याशी सीमा प्रधान तीसरे नंबर चल रही हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए ये खतरे की घंटी है. दरअसल, प्रदेश का मुसलमान अभी तक सपा का कोर वोटर माना जाता था. अब इसमें ओवैसी ने छेद कर दिया है. ओवैसी पिछले विधानसभा चुनाव से यूपी में अपनी सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं. वे अपनी हर रैली में मुसलमानों को संदेश देते हैं कि वे अब सपा के लिए दरी बिछाने का काम छोड़ दें और अपनी आवाज खुद बुलंद करें. इन आंकड़ों से साफ हो रहा है कि यूपी के मुसलमानों को भाईजान की बातें पसंद आ रही हैं और अब वो अखिलेश के पिछलग्गू नहीं बनना चाहते हैं.
अखिलेश-जयंत के लिए चिंता का विषय
अखिलेश के साथ ये रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी के लिए भी चिंता का विषय है. जाट और मुसलमानों की दम पर सियासत करने वाली रालोद से जाट वोटर पहले ही दूर हो चुका है. जाटों ने अपना चौधरी अब बीजेपी को बना लिया है. 2014, 2017, 2019 और 2022 के चुनावों में ये साबित भी हो चुका है. मेरठ में AIMIM प्रत्याशी के आगे चलने से जाहिर है कि अब मुसलमान वोटर भी जयंत से दूर होता नजर आ रहा है. यदि यही ट्रेंड लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिलता है, तो अखिलेश और जयंत दोनों की मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी.
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बीजेपी करने जा रही क्लीन स्वीप!
उधर निकाय चुनाव में भी बीजेपी क्लीन स्वीप करती हुई दिखाई दे रही है. अभी तक के रुझान बता रहे हैं कि यूपी से भगवा रंग अभी तक उतरा नहीं है. नगर पालिका और पंचायत में अध्यक्ष पदों पर BJP सबसे आगे है. बीजेपी नगर पालिका की 99 सीटों और नगर पंचायत की 90 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं दूसरे नंबर सपा है लेकिन निर्दलीय उसे टक्कर दे रहे हैं. निकाय चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे खराब दिख रहा है. वह अब तक मेयर सीट पर सभी पार्टियों से पीछे चल रही है यानी वह जीरो पर है. वहीं वह नगर पंचायत की 3 और नगर पालिका की 5 सीटों पर आगे है.