Nalanda: बिहार में बीते कई सालों से शराबबंदी कानून लागू है. जिसके बाद भी राज्य के ज्यादातर हिस्सों में शराब की तस्करी की जा रही है. साथ ही शराबियों की संख्या में भी कोई खास कमी नहीं देखी गई है. वहीं, बीते कुछ दिनों से जहरीली शराब का सेवन करने से कई लोगों की मौत की घटनाएं सामने आई है. जिसको लेकर नेताओं के बयान भी सामने आए हैं. वहीं, हाल ही में एक दिवसीय दौरे पर निकले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा नालंदा पहुंचे है. इसी बीच उन्होंने शराबबंदी कानून को लेकर अपने विचार सामने रखे हैं.


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कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ललन सिंह पहली बार नालंदा पहुंचे हैं. जिसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नालंदा पहुंचने पर राष्ट्रीय महासचिव समेत जिले के सैकड़ों नेताओं ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया. जहां पहले नूरसराय प्रखंड के डोइया गांव में छोटी सी सभा की थी. वहां,पर भी जगह-जगह उनके कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. जिसके बाद सभी राजगीर की ओर निकल पड़े थे. 


निचते स्तर के पदाधिकारियों के कारण असफल हुई शराबबंदी
वहीं, इस दौरान बिहार में कई जगहों पर नगर निकाय के चुनाव हो रहे है. इस वजह से इनका स्वागत समारोह वहां नहीं हो पाया है. फिर से एक तारीख को स्वागत किया जाएगा. इस दौरान पार्टी के संसदीय बोर्ड के नेता उपेंद्र कुशवाहा भी वहां पर मौजूद रहे. उन्होंने शराब कांड मामले पर कहा कि शराबबंदी कानून जब बनाया गया था, तब सभी लोगों का समर्थन था. अभी जब घटनाएं हो गई है. तो सभी लोग टिप्पणी कर रहे हैं. हालांकि शराबबंदी में नीचे के कर्मचारियों के कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. इसे दुरुस्त करने की व्यवस्था की जा रही है. विपक्षी पार्टी बीजेपी पर उन्होंने कहा कि जिस समय शराबबंदी का का कानून लाया गया था, उस वक्त वह भी पार्टी साथ में थी.  उन्होंने कहा कि उस दौरान बीजेपी ने भी शराब ना पीना और शराब बंद करने की कसम खाई थी. उन्होंने आगे कहा कि अब चाहे बीजेपी कुछ भी बोले. सदन नहीं चलने पर भी उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी सदन भी अच्छे ढंग से चलने नहीं दे रही है.


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