उपेंद्र कुशवाहा ने नालंदा से शुरू की विरासत बचाओ नमन यात्रा, कही ये बड़ी बात
जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता का परिवर्तन हुआ तो संघर्ष का दौर था अब 12, 14 साल का उस समय राज्य भर में अराजकता का माहौल था, हत्या अपहरण लूट बलात्कार की घटना रोज हो रही थी.
नालंदा: RLJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के विरासत बचाओ नमन यात्रा का दूसरा चरण नालंदा जिले से शुरू हुआ. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा नालंदा जिले के मुख्यालय बिहार शरीफ पहुंचे और अम्बेर मोड़ पर उन्होंने गुरु सहाय लाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जन सभा किया.
RLJD राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह ने कहा कि आज दूसरे चरण की यात्रा नालंदा से शुरू हो रही है . लाल सिंह त्यागी काफी महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और देश के आजादी में उन्होंने काफी योगदान दिया गुरु सहाय लाल जी को भुलाया नहीं जा सकता है. इस यात्रा के माध्यम से हम याद करने आए हैं हम आपसे भी कुछ गुजारिश करने के लिए उपस्थित हुए कितना अच्छा चल रहा था बिहार, यहां के लोगों को याद करना चाहिए और नालंदा के लोगों को खास करके याद करना चाहिए कि जब समता पार्टी बनी उसके बाद लगातार कई सालों तक संघर्ष करना पड़ा कितने लोगों ने अपनी जान गवाई.
जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता का परिवर्तन हुआ तो संघर्ष का दौर था अब 12, 14 साल का उस समय राज्य भर में अराजकता का माहौल था, हत्या अपहरण लूट बलात्कार की घटना रोज हो रही थी. उससे बाहर निकालने के लिए संघर्ष चल रहा था और इसी के लिए नीतीश कुमार के ऊपर बिहार का दायित्व सौंपने का काम किया गया. सत्ता में जब नीतीश कुमार आया तो कितना अच्छा चल रहा था नीतीश जी को इतिहास हमेशा याद रखेगा कि विपरीत परिस्थिति से बाहर निकालने का काम किया, लेकिन आप जब नीतीश कुमार का राजनीति का अंतिम चरण है. तब नीतीश कुमार ने ऐसे बयान दे तुम मुझे भी दुख लगाओ नालंदा के लोगों को भी दुख लगा होगा. नीतीश कुमार ने फरमान जारी कर दिया उसी हाथों में बिहार को सौंपेंगे जो 2005 के पहले बिहार को बर्बाद कर दिया था.
उसके बाद हम लोग और मैंने JDU रहते हुए प्रयास किया कि ऐसा ना हो और विभिन्न मंचों के माध्यम से मैंने कहा कि इस डिसीजन से जदयू खत्म हो जाएगी लेकिन एक भी नहीं नीतीश कुमार ने सुना. नीतीश कुमार के मंत्री परिषद में समता पार्टी के समय के 1,2 लोग हैं नहीं तो सभी बाहर वाले लोग हैं और उनकी राय पर नीतीश कुमार चाह रहे हैं और जब नीतीश कुमार ने निश्चय कर लिया कि आरजेडी को सौंप देंगे. उसके बाद हम लोग संघर्ष करने के लिए अलग हो गए जिन लोगों ने नीतीश कुमार को बैठने की जगह दी कोइरी कुर्मी उनका हक बनता है कि उनके घर में बिहार रहे लेकिन आप पड़ोसी अगर मैं बिहार सपने की बात कहते हैं लेकिन आप जिन्होंने जगह दी इन्हीं लोगों में से किसी को भी आगे बढ़ाइए लेकिन नीतीश कुमार इस बात को नहीं सुने हम आपसे ताकत मांगने आए हैं हमें आप ताकत दीजिए.
इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव