Bihar News: पटना डीएम और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद चल रहा है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने दोनों पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने बयान दिया और कहा, 'ठंड से बच्चों की मौत हो रही हैं, डीएम और प्रधान सचिव में टकराहट हो रही हैं.' यही तो घोर अराजकता है. विजय सिन्हा ने कहा कि शैक्षणिक वातावरण बेहतर हो, पढ़ाई हो, ये हर कोई चाहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं की बच्चों की जिंदगी को दाव पर लगा दे. परिवार को मुआवजा तो देना पड़ेगा और आगे ऐसा घटना न घटे ये समीक्षा कर के कार्रवाई करनी होगी.


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दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक छुट्टी से लौटते ही अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. उन्होंने ठंड के मद्देनजर जिलाधिकारियों की तरफ से स्कूलों को बंद करने को लेकर सवाल उठाया. साथ ही राज्य के सभी प्रमंडल के आयुक्तों को पत्र लिखा. पत्र में सर्दी और शीतलहर की वजह से स्कूलों को बंद करने के आदेश को अवैध करार दिया. इसके बाद विवाद शुरू हो गया है.


बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश को पटना के जिलाधिकारी ने चुनौती दी. मंगलवार को पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने 25 जनवरी तक जिले के सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया. शीतलहर को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी को लेकर बड़ा फैसला लिया.


पटना के जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने सरकार की तरफ से प्रदत्त शक्ति और अधिकारों का हवाला दिया. उन्होंने जिले के स्कूलों के एक से आठ तक की कक्षा के सभी शैक्षणिक गतिविधियों पर 25 जनवरी तक रोक लगा दी है. 


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बता दें कि बिहार के कई जिलों में ठंड के मद्देनजर आठवीं तक के स्कूलों को बंद रखा गया है. पत्र में यह भी साफ कहा गया है कि पिछले दिनों आपके क्षेत्र में इस प्रकार का आदेश जहां भी निकला है, उसे वापस लिया जाए. जहां तक सरकारी विद्यालयों का सवाल है, इस विभाग ने इन विद्यालयों की समयावधि 9 बजे सुबह से शाम 5 बजे तय कर रखी है.