Bihar: ऐसा गांव जहां वैक्सीन के नाम पर भड़क जाती हैं महिलाएं, तो पुरुष स्वास्थ्य विभाग पर फोड़ देते हैं ठीकरा
पटना के फुलवारी शरीफ के नौसा पंचायत का वार्ड नंबर 5 के ग्यास नगर में इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति ने वैक्सीन की डोज नहीं ली है, ना ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस गांव के लोगों को जागरूक किया गया है.
Danapur: पूरे देश में फैली वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के मरने की खौफनाक खबर के बीच सरकार इस महामारी की रोकथाम के लिए हर हथकंडा अपना रही है. सरकार अब गांव-गांव जाकर कोरोना जांच और लोगों को वैक्सीन देने का कार्य कर रही है ताकि कोरोना की जंग को जीता जा सके, लोग वैक्सीन ले भी रहे हैं.
इसी बीच बिहार की एक ऐसी पंचायत जहां गांव के लोग बेपरवाह हैं, यहां की महिलाएं वैक्सीन के नाम पर ही भड़क जाती है तो पुरुष स्वास्थ्य विभाग पर ही अपना ठीकरा फोड़ रहे हैं.
दरअसल, पटना के फुलवारी शरीफ के नौसा पंचायत का वार्ड नंबर 5 के ग्यास नगर में इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति ने वैक्सीन की डोज नहीं ली है, ना ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस गांव के लोगों को जागरूक किया गया है.
बता दें कि यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि वार्ड के लोग कह रहे हैं. जब यहां के लोगों से वैक्सीन संबंधित बात की गई तो उन लोगों का जवाब था, 'हम लोग तो वैक्सीन लेना चाहते हैं मगर कोई देने वाला नहीं है. आज तक कोई भी स्वास्थ्य विभाग की टीम या कोई भी जनप्रतिनिधि इस जगह नहीं पहुंची है. ना ही कोरोना की जांच हुई है और ना ही किसी का वैक्सीनेशन हुआ है.'
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फुलवारी ग्यास नगर के पूर्व मुखिया मोहम्मद गयासुद्दीन भी लोगों को घर-घर घूमकर जागरूक तो कर रहे हैं. लेकिन उनकी भी बातों को लोग मानने से इंकार कर दे रहे हैं. पूर्व मुखिया ने बताया कि 'इस वार्ड में कोई भी स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं आई है. स्वास्थ्य विभाग की टीम को इस गांव में आकर लोगों को वैक्सीन के बारे में जो अंधविश्वास फैला है उसको दूर करते हुए विश्वास दिलाना चाहिए ताकि लोग वैक्सीनेशन अधिक से अधिक संख्या में करा सकें.'
इस दौरान अपने-अपने दरवाजों पर बैठी महिलाओं से जब वैक्सीन संबंधी बात कि गई तो दरवाजे पर बैठी महिलाएं भड़क गई और कहने लगी कि 'वैक्सीन लेने से लोग मर रहे हैं. यह सरकार की साजिश है. हम लोग किसी भी कीमत पर वैक्सीन नहीं लेंगे. तस्वीर में आप भी देख सकते हैं कि मात्र वैक्सीन के नाम पर यह महिलाएं किस तरह से भड़क रही हैं और कह रही हैं कि 'वैक्सीन से लोग मर रहे हैं इसलिए हम लोग वैक्सीन नहीं लेंगे ना ही परिवार को दिलाएंगे.'
वहीं, इस बारे में युवा वर्ग का भी जवाब यही था कि 'लोग वैक्सीन लेने से मर रहे हैं. सरकार तो हम लोगों की जान लेने पर तुली है. वैक्सीन से हम लोग को डर लगता है. हम लोग वैक्सीन नहीं लेंगे. सरकार यह सब छोड़ महंगाई को कंट्रोल करें.'
कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए, लोगों को सरकार की गाइडलाइंस का पालन और वैक्सीनेशन संबंधी जागरूकता की जानकारी के लिए फुलवारी शरीफ के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर वहां के चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि 'हम लोगों को वैक्सीन लेने के लिए जागरूक तो कर रहे हैं, हमारी टीम भी जा रही है लेकिन फुलवारी की कुछ जगह पर लोगों ने वैक्सीन लेने से ही इंकार कर दिया है. कुछ शरारती तत्वों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है कि वैक्सीन लेने से लोग मर रहे हैं.'
फुलवारी शरीफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ्य प्रबंधक भी मान रही है कि लोगों में जागरूकता की कमी है. स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि 'सारे एरिया में टीम भेजी जा रही है, सबको जानकारी भी दी जा रही है, लोग वैक्सीन ले भी रहे हैं सिर्फ एक दो जगहों पर लोग वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि हम वैक्सीन लेंगे और हमें कुछ हुआ तो कौन जिम्मेवार होगा.'
प्रबंधक का कहना है कि 'हम लोग कितना भी तर्क दे रहे हैं लेकिन वह लोग मानने को तैयार नहीं है. लोगों का आरोप गलत है कि हम लोग जागरूकता के लिए नहीं जा रहे हैं. हम लोग हर जगह जा रहे हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो वैक्सीन लेना ही नहीं चाह रहे.'
हालांकि, ग्यास नगर से यह सुकून देने वाली खबर है कि अभी तक यहां के लोग कोरोना पॉजिटिव नहीं हुए हैं. लेकिन जिस तरह से यहां वैक्सीन पर अफवाह फैलाई जा रही है यह कहीं से जायज नहीं है. लोगों को वैक्सीन लेनी चाहिए और अपने को सुरक्षित रखते हुए दूसरों को भी सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए.
(इनपुट- इश्तियाक खान)