Ayushman Card Campaign: बिहार में 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए आज से आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान शुरू हो गया है. इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा देना है.


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अभियान से बुजुर्गों को मिलेगा निःशुल्क इलाज 
पटना में इस अभियान की शुरुआत स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने की. उद्घाटन समारोह के दौरान नितिन नवीन ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष सोच का परिणाम है. 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए निःशुल्क इलाज की यह सुविधा बहुत ही लाभकारी है. इससे बुजुर्गों को एहसास हो रहा है कि सरकार उनके साथ खड़ी है.


अभियान की मुख्य बातें


  • 20 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा यह विशेष अभियान.

  • 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी नागरिक आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं.

  • अब तक 20,000 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं.

  • बिहार के हर जिले में कार्ड बनाने का कार्य चल रहा है.

  • राज्य में 50 लाख लोगों को इस अभियान के तहत कार्ड देने का लक्ष्य है.


क्या है आयुष्मान कार्ड के फायदे
आयुष्मान कार्ड के माध्यम से राज्य के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा मुफ्त में मिलेगी. यह योजना देशभर के 29,000 अस्पतालों से जुड़ी हुई है, जिनमें 14,000 प्राइवेट और 15,000 सरकारी अस्पताल शामिल हैं. अब तक बिहार में इस योजना के तहत 3.6 करोड़ से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं और 1,833 करोड़ रुपये का इलाज मुफ्त में कराया गया है.


सरकार की तैयारी और सहयोग
नगर विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर इस अभियान को घर-घर तक पहुंचा रहे हैं. पटना शहरी क्षेत्र में यह काम बेहद तेजी से चल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्ड बनाने के लिए विशेष कैंप लगाए गए हैं. बिहार सरकार ने विभिन्न विभागों के सहयोग से इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया है.


बुजुर्गों के लिए राहत भरी योजना
बता दें कि यह योजना न केवल बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि गरीब परिवारों के इलाज के खर्च को भी कम करेगी. सरकार का मानना है कि यह पहल राज्य के विकास के साथ-साथ बुजुर्गों की खुशहाली और उनके स्वास्थ्य की बेहतरी की दिशा में एक बड़ा कदम है. साथ ही राज्य के हर हिस्से में इस योजना को लेकर बुजुर्गों में उत्साह देखा जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि इस अभियान से बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं का नया अध्याय शुरू होगा.


इनपुट- सन्नी कुमार


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