Chat GPT: आखिर क्या है चैट जीपीटी, कैसे लोगों का भरोसा हो रहा है इस पर कायम
जिस तेजी से सोशल मीडिया के साथ अन्य संसाधनों का विकास हो रहा है और लोग इसे आत्मसात कर रहे हैं. उसी की उपज हर दिन आते नए ऐप हैं जिनका इस्तेमाल लोग बहुत तरह की चीजों के लिए करते रहते हैं.
Chat GPT: जिस तेजी से सोशल मीडिया के साथ अन्य संसाधनों का विकास हो रहा है और लोग इसे आत्मसात कर रहे हैं. उसी की उपज हर दिन आते नए ऐप हैं जिनका इस्तेमाल लोग बहुत तरह की चीजों के लिए करते रहते हैं. ऐसे में जो लोग देश दुनिया के बरे में जानना चाहते हैं इसमें जिसकी रूची है उसके लिए एक ऐप बाजार में इन दिनों हंगामा मचा रहा है. इसे लोग अब दूसरा गूगल मान रहे हैं जहां आप दुनिया की हर चीज से रूबरू हो सकते हैं. आपको सब चीजों के बारे में नॉलेज यहां से मिलेगी. जी हां मैं बात कर रहा हूं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल Chat GPT की.
Chat GPT आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग मानते हैं कि यह गूगल को टक्कर दे रहा है. यह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल है मतलब आपकी सोच के साथ और आपकी सोच के अनुरूप चलने वाला एक ऐप. 2021 से पहले तचक का ही डेटा इसमें आप देख सकते हैं लेकिन आपको बता दें कि यह एकदम निःशुल्क है.हालांकि अभी यह निश्चित है कि गूगल का रिप्लेसमेंट अभी इसके जरिए संभव नहीं है.
बता दें कि इस ऐप की खासियत है कि आपके द्वारा सर्च के लिए सर्च बॉक्स में लिखे गए शब्दों को ध्यान में रखकर यह आपको कई अलग-अलग फॉर्मेट में जवाब दे सकता है. इसके लिए आपको अपनी व्याकरण के ज्ञान को बेहतर रखना होगा. क्योंकि यह एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल है ऐसे में इसके द्वारा जानकारी को आपको रीचेक करने की जरूरत होगी.
यह एक नैचुरल लैंग्गुएज प्रोसेसिंग मॉडल है जिसको ओपन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस द्वारा विकसित किया है. 2018 में पहली बार शोध के लिए जब प्रकाशित किया गया तो लोगों ने इसके बारे में जाना.
सैम अल्टमैन और एलन मस्क को इसका फाउंडर माना जाता है. बता दें कि इसकी शुरुआत 2015 में ही हो गई थी. बाद में एलन मस्क ने इसे छोड़ दिया. तब माइक्रोसॉफ्ट इसमें इन्वेस्टमेंट के लिए आगे आई. नवंबर 2022 में इसे लॉन्च किया गया. लोग अब इससे अपने सवालों के जवाब मांग रहे हैं और यह अपनी फीड डाटा के अनुसार लोगों को जवाब भी दे रहा है. हालांकि इसकी कमी यह है कि यह अपने अंदर के डेटा फीड से ज्यादा जवाब नहीं दे सकता है.