Choti Diwali 2024: छोटी दिवाली का त्योहार हर साल दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है. इसे हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं. इस दिन को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. छोटी दिवाली के मौके पर लोग भगवान कृष्ण की नरकासुर पर जीत का जश्न मनाते हैं. इस साल छोटी दिवाली 30 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी, जैसा कि आचार्य मदन मोहन ने बताया है.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार इस साल दिवाली की तारीख को लेकर लोगों में कुछ भ्रम है. कुछ लोग मानते हैं कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जानी चाहिए, जबकि कुछ इसे 1 नवंबर को मनाने का सुझाव दे रहे हैं, लेकिन दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 03:12 बजे से शुरू होगी और 1 नवंबर को शाम 05:53 बजे तक चलेगी. साथ ही दिवाली मनाने के लिए उदया तिथि और प्रदोष काल का ध्यान रखा जाता है. इस बार प्रदोष काल 31 अक्टूबर को है, इसलिए दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाना सबसे सही रहेगा.


इसके अलावा छोटी दिवाली के दिन लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और उन्हें फूलों और रोशनी से सजाते हैं. इस दिन दीपक जलाए जाते हैं ताकि बुराई के अंधेरे को दूर किया जा सके और सकारात्मकता का स्वागत किया जा सके. छोटी दिवाली की शाम को चौमुखा दीप जलाने की परंपरा है. साथ ही इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और लोग इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाते हैं.


आचार्य के अनुसार इस दिन लोग परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर पूजा करते हैं. छोटी दिवाली का पर्व आनंद और खुशी का संदेश लेकर आता है और लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं. इसके साथ ही यह दिन यह याद दिलाता है कि हमें हमेशा अच्छाई की राह पर चलना चाहिए और बुराई से दूर रहना चाहिए. छोटी दिवाली का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह सामाजिक मेलजोल का भी अवसर है. लोग एक-दूसरे के घर जाकर मिठाइयां बांटते हैं और मिल-जुलकर खुशियां मनाते हैं. इस दिन का उत्सव हम सबको एक साथ लाने का काम करता है और यह हमें प्रेम, स्नेह और भाईचारे का अहसास कराता है. इस प्रकार, छोटी दिवाली का पर्व हमारे जीवन में प्रकाश और खुशी लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो हमें सकारात्मकता और अच्छे कार्यों की ओर प्रेरित करता है.


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