पटनाः Jitanram Manjhi: बिहार की राजनीति में लगातार घमासान मचा हुआ है. इस दौरान तरह-तरह के बयान और टिप्पणियां सामने आ रही हैं. सुधाकर सिंह, सीएम नीतीश कुमार, ललन सिंह और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ ही हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के लीडर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी लगातार चर्चा में बने हुए हैं. रविवार को मांझी ने गया के गांधी मैदान में गरीब जगाओ रैली की. इस दौरान उन्होंने जनसंख्या और बच्चा पैदा करने को लेकर ऐसी टिप्पणी की, जिससे वह सुर्खियों में बने हुए है. 


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ये दिया विवादित बयान
जानकारी के मुताबिक, हम पार्टी के संरक्षक ने रविवार को गया में कहा कि 'गरीब अपने बच्चों और पत्नी के साथ रहते हैं तो बच्चे ज्यादा हो जाते हैं. बड़े लोग दार्जिलिंग रहते हैं और पत्नी रहती है शिमला में तो पोस्टकार्ड पर इनके बच्चा पैदा होते हैं इसलिए गरीब की जनसंख्या ज्यादा बढ़ती है.' इस दौरान उन्होंने कहा कि 'अगर आज जनगणना होगी तो हम लोगों की आबादी जो पहले 24 प्रतिशत थी वह 32 से 33 प्रतिशत होगी.' अपनी टिप्पणी के दौरान मांझी ने केबी सहाय का उदाहरण भी दिया, उन्होंने कहा कि 'विधानसभा में एक केबी सहाय थे. इसी जनसंख्या पर झगड़ा हुआ था. केबी सहाय के सात बच्चे थे. उन्होंने कहा था कि वे औरत के साथ रहते हैं. दोनो में संबंध हो जाता है तो बच्चे पैदा हो जाते हैं. 


बिहार के सीएम रहे हैं केबी सहाय
असल में जीतन राम मांझी ने जो ये बयान दिया, वह बिहार के पूर्व सीएम रहे केबी सहाय का बयान रहा है. असल में एक बार पहले बिहार विधानसभा में जनसंख्या को लेकर बहस छिड़ी थी. तब रामगढ़ नरेश ने तंज कसते हुए कहा था कि ये सीएम क्या जनसंख्या रोकेंगे, इनके तो खुद सात बच्चे हैं. तब केबी सहाय जो की तब सीएम थे, उन्होंने कहा कि वह पत्नी के साथ रहते हैं और संबंध हो जाता है, तो बच्चे हो जाते हैं. दूसरी ओर गरीब जगाओ रैली में भीड़ देख जीतन राम मांझी ने कहा कि समझ में आ गया होगा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा क्या काम कर रहा है कि गांधी मैदान में इतनी भीड़ है. मांझी ने कहा कि इसका मतलब साफ है कि लोग समझते हैं कि 'हम' पार्टी गरीबों के लिए कुछ करना चाहती है. इसको और ताकत देने की जरूरत है.