Brahma Dosh: क्यों और कैसे लगता है ब्रह्म हत्या को दोष? आइए जानें इसका प्रभाव और उपाय
Brahma Dosh: प्रभु श्री राम को रावण की हत्या के कारण ब्रह्म हत्या का दोष लगा था. इस दोष से मुक्ति पाने के लिए उन्होंने रामेश्वर में शिव की पूजा की थी. सनातन धर्म में वर्ण परंपरा के अनुसार ब्राह्मणों को सर्वोच्च स्थान दिया गया है. यह स्थिति जाति पर नहीं, बल्कि कर्म पर आधारित है.
Brahma Dosh: ब्रह्म हत्या का दोष ज्योतिष शास्त्र में एक गंभीर दोष माना जाता है, जो जातक के जीवन में कई समस्याएं ला सकता है. यह दोष तब लगता है जब किसी ब्राह्मण की हत्या की जाती है. इसके प्रभाव से जातक का जीवन दुःख और परेशानी से भरा रहता है. उदाहरण के लिए प्रभु श्री राम को रावण की हत्या के कारण यह दोष लगा था और उन्होंने इस दोष से मुक्ति पाने के लिए रामेश्वर में शिव की पूजा की थी.
आचार्य मदन मोहन के अनुसार सनातन धर्म में ब्राह्मणों को सर्वोच्च स्थान दिया गया है. यह जाति पर आधारित नहीं है, बल्कि कर्म पर आधारित है. ब्राह्मण वे होते हैं जो शास्त्र और धर्म के ज्ञाता होते हैं और इन्हें ब्रह्मा का अंश माना जाता है. ब्रह्म हत्या का दोष पिछले जन्मों से भी जुड़ा हो सकता है, जिससे जातक की जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है. ऐसे जातक को करियर में तरक्की नहीं मिलती और उनका मन हमेशा निराशा से भरा रहता है.
बता दें कि अगर किसी जातक की कुंडली में ब्रह्म हत्या का दोष है, तो यह संतान प्राप्ति में भी बाधा डाल सकता है. ऐसे जातक आमतौर पर आर्थिक परेशानियों का सामना करते हैं और उनके पास धन टिकता नहीं है. परिवार में कलह भी बनी रहती है और अक्सर ऐसे जातक ज्ञान की कमी के कारण अज्ञानी होते हैं. इसके साथ ही, उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी झेलनी पड़ती हैं.
इसके अलावा इस दोष से छुटकारा पाने के लिए जातक को कुछ उपाय करने चाहिए. सबसे पहले, ब्रह्म देव की पूजा अनिवार्य रूप से करनी चाहिए. इसके साथ ही ब्राह्मणों की सेवा करना, उन्हें कपड़े और भोजन दान करना चाहिए. इस दौरान ब्राह्मणों को दक्षिणा देने के साथ ही उनके पैर छूकर माफी भी मांगनी चाहिए. इसके अलावा, प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इन उपायों से जातक को इस दोष के प्रभाव से राहत मिल सकती है और जीवन में सुख-शांति लौट सकती है
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