पटना: बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है. जिसे सुचारू और सफल तरीके से आयोजित करने के लिए प्रशासन ने त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई है. इस सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें सत्र के दौरान सुरक्षा और अन्य प्रबंधों पर विस्तृत चर्चा की गई. पटना के जिला अधिकारी ने बताया कि विधानमंडल परिसर में सुरक्षा के लिए व्हाइट लाइन पट्टी के भीतर केवल मार्शल्स और विशेष अनुमति प्राप्त व्यक्तियों को प्रवेश करने की अनुमति होगी. इस क्षेत्र में अध्यक्ष की मंजूरी के बाद ही अधिकारी और अन्य लोग प्रवेश कर पाएंगे. इसके अलावा, परिसर के बाहर भी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है.


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प्रदर्शनकारियों के लिए विशेष प्रबंध
सत्र के दौरान अक्सर विभिन्न समूह अपनी मांगों और मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन करते हैं. इन प्रदर्शनकारियों के लिए प्रशासन ने गर्दनीबाग में धरना स्थल निर्धारित किया है. वहां सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. प्रशासन का कहना है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हुए प्रदर्शनकारियों को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उन्हें संबंधित अधिकारियों से भी मिलवाया जाएगा.


सुरक्षा और प्रबंधन के लिए प्रशासन सतर्क
विधानसभा परिसर के भीतर और बाहर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं. प्रशासन ने बताया कि सत्र के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है. विधानमंडल सत्र को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह तैयार है. साथ ही शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की संभावना है, और सरकार के साथ विपक्ष भी इस दौरान अपनी भूमिका निभाने को तैयार है. ऐसे में सुरक्षा और प्रबंधन का यह मजबूत ढांचा सत्र की सफलता सुनिश्चित करेगा.


इनपुट- रूपेन्द्र श्रीवास्तव


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