पटनाः स्कंदमाता का स्वरूप मातृत्व का है. वह सारे संसार की माता हैं और संसार की सभी स्त्रियों में मातृत्व की शक्ति भी वही हैं. स्कंदमाता की पूजा से कई लाभ होते हैं. मां की पूजा-आराधना अगर सच्चे मन से की जाए तो माताओं की गोद हरी होती है. रोग दूर होते हैं, सौभाग्य की प्राप्ति होती है और कुंडली में मौजूद ग्रह दोष कट जाते हैं. जानिए पूजा से क्या क्या हैं लाभ


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निंःसंतान दंपति जरूर करें स्कंदमाता की पूजा
माता का ये रूप मातृत्व को परिभाषित करने वाला है. मान्यता है कि निःसंतान दंपति मिलकर मां के इस स्वरूप की पूजा करें तो उन्हें तेजस्वी संतान की प्राप्ति होती है. मां स्कंदमाता की पूजा पवित्र और एकाग्र मन से करनी चाहिए. स्कंदमाता की उपासना से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. इसके अलावा स्कंदमाता की कृपा से संतान के इच्छुक दंपत्ति को संतान सुख प्राप्त हो सकता है.


स्कंदमाता की पूजा करने से होती है सौभाग्य की प्राप्ति
स्कंदमाता का अर्थ है स्कंद की माता. भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कंद कुमार है. स्कंदमाता की पूजा करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है. भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सुख-सौभाग्य प्राप्त होता है.


अगर है बृहस्पति ग्रह कमजोर तो करें स्कंदमाता की पूजा
अगर कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर हो तो स्कंदमाता की पूजा आराधना करनी चाहिए. बृहस्पति ग्रह मजबूत होने से जातक को शिक्षा, नौकरी, मान-सम्मान और समृद्धि की प्राप्ति में सफलता मिलती है. स्कंदमाता की विधि सम्मत पूजा करने से गुरु ग्रह स्वतः मजबूत हो जाता है.


स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए
अगर आप किसी भी शारीरिक समस्या से ग्रसित हैं तो आपको स्कंदमाता की पूजा अवश्य करनी चाहिए. माता अपने भक्तों को निरोगी और चंचल काया होने का वरदान देती हैं. लम्बे समय से बीमारग्रस्त जातक को नवरात्रि में स्कंदमाता की पूजा और उनकी आरती अवश्य करनी चाहिए. अगर आप पूरे उपवास रखते हैं तो इसका मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. माता की कृपा से आपकी शारीरिक बीमारियां ठीक हो जाती है.


मां को लगाएं शहद का भोग
मां को केले व शहद का भोग लगाएं व दान करें. इससे परिवार में सुख-शांति रहेगी और शहद के भोग से धन प्राप्ति के योग बनते हैं.


मां को प्रिय हैं श्वेत और पीला रंग
मान्यता है कि मां स्कंदमाता की उपासना से परम शांति और सुख का अनुभव होता है. मां स्कंदमाता को श्वेत रंग प्रिय है. मां की उपासना में श्वेत रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए. मां की पूजा के समय पीले रंग के वस्त्र धारण करें.


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