गुमला: PLFI के नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, अजय गोप हत्याकांड की सुलझी गुत्थी
पीएलएफआई के नक्सली संजय टाइगर उर्फ संजय गोप ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. गुमला पुलिस ने 17 अगस्त 2020 को डोम्बाटोली में हुए अजय गोप हत्याकांड की जांच करते हुए हत्याकांड में शामिल पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य संजय गोप उर्फ संजय टाइगर ने गुमला आत्मसमर्पण किया है.
गुमला: झारखंड के गुमला जिला पुलिस के प्रयास से पीएलएफआई के नक्सली संजय टाइगर उर्फ संजय गोप ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. गुमला पुलिस ने 17 अगस्त 2020 को डोम्बाटोली में हुए अजय गोप हत्याकांड की जांच करते हुए हत्याकांड में शामिल पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य संजय गोप उर्फ संजय टाइगर ने गुमला आत्मसमर्पण किया है.
पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस हत्याकांड का अनुसंधान के लिए गुमला थाना प्रभारी मनोज कुमार के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया तथा लगातार अभियान चलाया गया. अनुसंधान के दौरान यह बात सामने आई कि इस कांड में पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य संजय गोप उर्फ संजय टाइगर, संजीव गोप उर्फ काडा, छोटू सिंह द्वारा हत्या की गई है.
जिसके बाद से गुमला पुलिस के द्वारा लगातार छापामारी के कारण आज संजय गोप उर्फ संजय टाइगर ने गुमला थाना में आकर आत्मसमर्पण कर दिया. इससे अजय गोप हत्याकांड का सच सामने आ गया. संजय गोप ने अपने बयान में स्वीकार किया है. गुमला पुलिस के द्वारा इस कांड में शामिल अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु छापामारी किया जा रहा है.
गिरफ्तार पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य संजय गोप का गुमला बसिया कामडारा सिसई पालकोट थाना में 16 मामले दर्ज है. वहीं, इनके आत्मसमर्पण के बाद इस इलाके के लोग अमन चयन से रहेंगे. वहीं, एसडीपीओ मनीष चन्द्र लाल ने भी बताया कि अब गुमला पालकोट बसिया थाना में शांति होगी.