पटना: पटना मेट्रो योजना को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. इस बात की जानकारी बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलने के बाद 13365.77 करोड़ रुपये की लागत से 31.39 किलोमीटर मेट्रो रेल का निर्माण किया जाएगा.


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लेकिन इसके साथ ही बिहार में मेट्रो को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने जहां एक ओर मेट्रो परियोजना की तारीफ की है तो वहीं, आरजेडी इसे जुमलेबाजी कह रही है. कांग्रेस प्रवक्ता संजय तिवारी ने कहा है कि पटना मेट्रो से पटनावासियों को बड़ी सहुलियत मिलेगी. केंद्र सरकार का फैसला सराहनीय है. 


वहीं, आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि यह जुमलेबाजी है और यह परियोजना जमीन पर नहीं आने वाली है. आपको बता दें कि पहले चरण में मेट्रो का निर्माण पटना जंक्शन से लेकर बैरिया तक किया जाएगा. इस रूट पर चलने वाली मेट्रो अशोक राजपथ, गांधी मैदान, राजेंद्रनगर टर्मिनल होते हुए बैरिया तक जाएगी. बैरिया में जल्द ही अंतरराज्यीय बस स्टैंड भी बनने वाला है. ये पूरी लाइन 31 किलोमीटर लंबी होगी.


वहीं, दूसरे चरण में इसका निर्माण सगुना मोड़ से मीठापुर तक किया जाएगा. पहले चरण में जो मार्ग प्रस्तावित किया गया है उसमें कॉरिडोर को तीन हिस्सों में बांटा गया है. इसमें पहला कॉरिडोर पटना जंक्शन से बैरिया में प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस अड्डा तक होगा. दूसरा कॉरिडोर मीठापुर बाइपास से दीदारगंज और तीसरा कॉरिडोर मीठापुर बाइपास से एम्स तक होगा.