Jharkhand: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 15 मई, दिन बुधवार को झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया. आलमगीर की यह गिरफ्तारी पीएस संजीव लाल के घरेलू सहायक से भारी नकदी बरामदगी के मामले में हुई. इससे पहले झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 14 मई, दिन मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए थे. चलिए इस ऑर्टिकल में जानने की कोशिश करते हैं कि कब कब क्या क्या हुआ.


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आलमगीर आलम बुधवार की सुबह 11 बजक 30 मिनट पर ईडी ऑफिस पहुंचे थे, जिसके बाद ईडी उनसे पूछताछ शुरू कर दी. जानकारी के मुताबिक, 35 करोड़ रुपए की बरामदगी के मामले में ईडी आलमगीर आलम की तरफ से दिए जा रहे बयानों से संतुष्ट नहीं थी. 


इससे पहले 14 मई, मंगलवार को दिन के 10 बजकर 45 मिनट पर हिनू स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. जानकारी के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने उनसे उनके पीएस संजीव लाल और निजी सहायक जहांगीर के बारे में पूछताछ की थी. मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि निजी सहायक जहांगीर के पास करोड़ों रुपये होने की जानकारी नहीं थी. जहांगीर गलत कार्यों में लिप्त था, इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं थी. ईडी के अधिकारियों ने मंत्री से कमीशनखोरी से जुड़े कई सवाल पूछे.


पूरे मामले में कब क्या हुआ, जानिए


5 मई: ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल समेत नौ ठिकाने पर छापेमारी की.


5 मई: संजीव लाल के सहायक जहांगीर आलम और मुन्ना सिंह के ठिकाने से 35.23 करोड़ रूपए बरामद.


5 मई: संजीव लाल और जहांगीर आलम को ईडी ने देर रात गिरफ्तार किया.


6 मई: ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया.


7 मई: संजीव लाल को अपने साथ लेकर ईडी की टीम झारखंड मंत्रालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग पहुंची.


7 मई: संजीव लाल के चैंबर से दो लाख रुपया ईडी ने बरामद किया.


9 मई: संजीव लाल की पत्नी रीता लाल से ईडी ने पूछताछ की.


12 मई: ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम को समन भेजकर पूछताछ के 14 मई को बुलाया.


14 मई: ईडी में आलमगीर से नौ घंटे तक पूछताछ की.


15 मई: छह घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया.


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रिपोर्ट: कामरान जलीली