पटना: Bihar News: तेजस्वी यादव को लेकर इशारों में सीएम नीतीश कुमार के द्वारा कही गई बात ने बिहार की सियासत में उबाल ला दिया है. भाजपा इस पूरे मामले पर लगातार कमेंट कर रही हैं. वहीं इस बयना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव थे तो यह सवाल बेमानी है कि इस बार चुनाव किसके लीडरशिप में लड़ा जाएगा. मतलब साफ है की नीतीश की तरह ही कांग्रेस को भी तेजस्वी का बिहार में नेतृत्व स्वीकार है. 


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अखिलेश सिंह ने कहा कि कुछ जगहों पर जिलों में गठित 20 सूत्री कमेटी में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व तो है लेकिन प्रतिनिधित्व और अधिक हो सकता था.  वहीं बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि कैबिनेट विस्तार पूरी तरह से मुख्यमंत्री का अधिकार है लेकिन जिसका भी जो कोटा खाली है उसको मिलना चाहिए. 


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वहीं महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी के हाथों में आने की चर्चा के बीच अखिलेश सिंह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव थे तो यह सवाल बेमानी है कि इस बार चुनाव किसके लीडरशिप में लड़ा जाएगा. मोतिहारी के मुख्यमंत्री के दिए गए बयान में प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश सिंह ने कहा कि व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह होते हैं और राजनीतिक संबंध अपनी जगह, बतौर अखिलेश सिंह नीतीश कुमार बेहद मजबूती से इंडिया अलाइंस के हिस्सा हैं. 


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