Akhtarul Iman: एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध कर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर भड़ास निकाला. अख्तरुल ने विवादित बयान देते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद और रामजन्म भूमि का विवाद, गोधरा कांड में मुसलमानों की हत्या. इन सभी मामलों में बीजेपी को सत्ता तक पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की नफरत की राजनीति अब ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है. देश के हिन्दू और मुसलमानों को समझ में आने लगा है. पीएम मोदी धार्मिक उन्माद पैदा करके राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं और खुद को फकीर बताकर शहंशाह की जिंदगी गुजार रहे हैं. इनका धोखा और फरेब पर से राज उठ गया है. जिसका सबूत है 400 पार का सपना अधूरा रह गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने आगे कि इसीलिए पीएम मोदी अपनी खोई हुई जमीन तलाशने के लिए मुसलमानों को जख्म और परेशान करने वाला कानून लेकर आये हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों की परेशानी से इन्हें कोई लेना देना नहीं है. वक्फ बोर्ड की जमीन पर नाजायज कब्जाधारी को हटाने की चिंता इन्हें नहीं है.


अख्तरुल ईमान ने कहा कि यह देश सबका का है. सभी धर्मों को अपने अपने हिसाब से धर्मों को पालन करने की आजादी है. वक्फ हमारा मजहबी मामला है. केंद्र सरकार के द्वारा उस पर संशोधन बिल लाकर मुसलमानों के मजहबी मामलों में दखलअंदाजी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वज जमीन समाज कल्याण के लिए मुस्लिम विधवाओं के लिए अनाथ के लिए और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य के लिए वक्फ किया था. 


उन्होंने कहा कि देश कि सरकार बहुत सारा काम मुसलमानों के लिए नहीं कर पाते है, वो काम वक्फ बोर्ड से पूरा किया जाता है. उन्होंने बताया कि धार्मिक न्यास पर्षद में किसी मुस्लिम को सदस्य नहीं बनाया जाना चाहिए और ना ही वक्फ बोर्ड में किसी गैर मुस्लिम को सदस्य बनाना चाहिए.



सीएम नीतीश कुमार पर बरसते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहते है मोदी के साथ हूं, लेकिन उनके एजेंडे में साथ नहीं हूं. उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 का मामला हो, एनआरसी मामला हो, तलाक बिल हो सभी मामलों में आप (नीतीश) उनके साथ गए, लेकिन आपके मंत्री ललन सिंह के द्वारा वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का समर्थन करना आपका चेहरा साफ हो गया है.


रिपोर्ट: अमित सिंह


यह भी पढ़ें: जेल से बाहर निकले मोकामा के पूर्व MLA अनंत सिंह, मीडिया को बताया आगे का प्लान