Asaduddin Owaisi News: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हिंदुओं को जातिओं में बांटने के लिए नया पैंतरा चला है. उन्होंने बयान दिया है कि मोदी सरकार में अगड़ी जाति के अरबपतियों की संख्या बड़ी तेजी के साथ बढ़ी है. उनके इस बयान पर सियासत गरमा गई है. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने ओवैसी के बयान पर पलटवार करते हुए पूछा कि उनकी संपत्ति इतनी कैसे बढ़ गई. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पूछा कि जब देश में आर्थिक और सामाजिक जनगणना ही नहीं हुई है, तो ये आंकड़े कहां से सामने आए? नीरज कुमार ने कहा कि उनके वक्तव्य इसलिए प्रासंगिक नहीं माना जाता है क्योंकि देश के अंदर सामाजिक-आर्थिक गणना नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मुद्दे को अगर उठाना चाहते हैं तो आपको लालू प्रसाद जी से सवाल पूछना चाहिए कि उनकी संपत्ति कैसे बढ़ी?


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नीरज कुमार ने कहा कि लालू के पिता के पास एक बीघा भी पुश्तैनी जमीन नहीं थी और आज लालू यादव के पास पटना जैसी जगह में 45 बीघा से अधिक जमीन है. इतना ही नहीं मुजफ्फरपुर और भी अन्य शहरों में इतनी जमीन कैसे हो गई. जेडीयू नेता ने आगे कहा कि ओवैसी जी अपनी संपत्ति कितनी है, इसकी भी घोषणा कर दें. कोई संपत्ति वाला संपत्ति पर सवाल खड़ा करें तो जग-हंसाई होती है. उन्होंने कहा कि हम लोग तो कर्पूरी ठाकुर से प्रेरणा लेते हैं. उधर राजद विधायक रणविजय साहू ने कहा कि ओवैसी जी ने जो बयान दिया है उस बात को लालू यादव और तेजस्वी यादव काफी पहले से कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे नेता लगातार इन मुद्दों को उठाते रहे हैं कि मोदी सरकार में कौन ऐसे लोग हैं जो अरबपति होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीब-गरीब होते जा रहा है और अमीर-अमीर. इसमें कोई नई बात नहीं है.


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बता दें कि ओवैसी ने कहा है कि भारत में ऊंची-ज़ाति के अरबपतियों की गिनती बढ़ती जा रही है. पिछड़ी-ज़ाति के अरबपतियों की गिनती 20% से घट कर 10% से भी कम हो गई. ख़ुद को ग़रीब का बेटा और पिछड़ी-ज़ाति का बताने वाले प्रधानमंत्री के राज में भारत में ऊंची-जाति के अरबपतियों की गिनती बढ़ती जा रही है.