Assembly Election Result: कांग्रेस ने सत्ता में रहते पिछला विधानसभा चुनाव कब जीता था? BJP ने इसे आदत बना लिया
BJP Vs Congress: बीजेपी ने न केवल हिंदी हार्ट लैंड के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत दर्ज की है, बल्कि तेलंगाना में अपने वोट प्रतिशत को दोगुना कर लिया है और सीटों की संख्या 1 से बढ़ाकर 8 तक पहुंचा दी है.
BJP Vs Congress: देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के रिजल्ट 03 दिसंबर को सामने आ चुके हैं, जबकि मिजोरम के नतीजे आज (04 दिसंबर) जारी किए जा रहे हैं. मिजोरम में MNF के हाथ से सत्ता फिसलती दिख रही है. उधर अन्य चार राज्यों में से एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी को जीत हासिल हुई है. तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिला है. अब इन चुनाव नतीजों का विश्लेषण शुरू हो चुका है.
इन पांचों राज्यों में बीजेपी के प्रदर्शन से भाजपाई काफी उत्साहित हैं. बीजेपी ने न केवल हिंदी हार्ट लैंड के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत दर्ज की है, बल्कि तेलंगाना में अपने वोट प्रतिशत को दोगुना कर लिया है और सीटों की संख्या 1 से बढ़ाकर 8 तक पहुंचा दी है. वहीं पूर्वोत्तरी राज्य मिजोरम में भी भगवा पार्टी ने अपना वोट शेयर और सीटें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि जनता को मोदी पर पूरा भरोसा है और इन चुनावों में 'मोदी की गारंटी' पर जनता ने विश्वास जताया है.
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इन चुनावों को लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल कहा जा रहा था. इन नतीजों को देखा जाए तो 2024 में पीएम मोदी के सामने फिलहाल अभी तक तो कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, कांग्रेस नेता इस बात को मानने से इनकार कर रहे हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश तो इस हार को भी शुभ मान रहे हैं. जयराम का कहना है कि ठीक 20 साल पहले कांग्रेस ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव हारी थी. उसे केवल एकमात्र दिल्ली में ही जीत मिली थी. लेकिन कुछ महीने बाद पार्टी ने जोरदार वापसी की और लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी और केंद्र में सरकार बनाने में कामयाब रही.
जयराम ने दावा किया है कि 2024 में मोदी सरकार की विदाई तय है. जयराम को एक बार फिर से 20 साल पुराना करिश्मा होने की उम्मीद है. हालांकि, इन 20 साल में बहुत कुछ बदल चुका है. मोदी-शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने अपना स्वर्णिम युग देखा है. पार्टी हमेशा चुनावी मोड में रहती है. एक चुनाव निपटते ही दूसरे चुनाव की तैयारी शुरू कर दी जाती है. अब पार्टी निकाय से लेकर लोकसभा चुनाव तक में अपनी पूरी ताकत झोंकती है. ऐसा नहीं है कि इस जोड़ी ने हार का मुंह नहीं देखा है. लेकिन जीत का आंकड़ा हार से काफी बड़ा है.
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वहीं कांग्रेस ने पार्टी ने आखिरी बार सत्ता में रहते हुए किस राज्य में चुनाव जीता था, शायद ही ये किसी को याद हो. कांग्रेस ने बीजेपी से कर्नाटक और हिमाचल जैसे राज्य छीने जरूर हैं. लेकिन 2009 के बाद से किसी भी प्रदेश की सत्ता में वापस नहीं लौटी है. यानी कांग्रेस पार्टी 2009 के बाद से अपने काम की दमपर कोई चुनाव नहीं जीत सकी है. वहीं बीजेपी ने एमपी से पहले यूपी, उत्तराखंड, गोवा, गुजरात और हरियाणा में अपने काम की दम पर फिर से सत्ता हासिल करके दिखाया है. कांग्रेस ने 2009 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा की सत्ता में वापसी की थी. वहीं शीला दीक्षित ने 2008 में दिल्ली की सत्ता में कांग्रेस को हैट्रिक लगवाई थी.