पटना: Bihar Politics: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश के जनता दरबार के जवाब में बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार से जनकल्याण संवाद कार्यक्रम की शुरूआत की है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित जनकल्याण संवाद कार्यक्रम के पहले दिन राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए करीब दो दर्जन लोगों ने अपनी समस्याएं रखी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'2024 के बाद जदयू नाम की पार्टी नहीं रहेगी'
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में विजय सिन्हा ने कहा कि जो व्यक्ति अपने राज्य को न्याय नहीं दे पा रहे हों, उन्हें बाहर में अहमियत नहीं मिल सकती. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 2024 के बाद जदयू नाम की पार्टी नहीं रहेगी. सिन्हा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार से लोगों की समस्या दूर नहीं हो रही है. वहां सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. अधिकारी सीएम के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे, ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.


उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि प्रखंड स्तर पर विधायकों को भी लोगों की समस्या सुननी चाहिए. जनकल्याण संवाद कार्यक्रम में शिक्षक बहाली को लेकर भी अभ्यर्थी पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रतिदिन एक दर्जन बड़ी घटनाएं घट रही हैं. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि बालू और शराब सत्ता के संरक्षण में चल रहा है.


उचित कार्रवाई किए जाने के दिए निर्देश
नीतीश के प्रधानमंत्री बनने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने जाने के एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जो व्यक्ति अपने राज्य को न्याय नहीं दे पा रहे हो, उसे बाहर में अहमियत नहीं मिल सकती. जनकल्याण संवाद कार्यक्रम में प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थी संघ के नितेश पांडेय, अनीश सिंह और सत्यम कुमार ने सातवें चरण के प्राथमिक शिक्षक बहाली के संबंध में आवेदन दिया. इसके अलावा भी कई अन्य लोगों ने अपनी समस्याएं रखी. प्रतिपक्ष के नेता सिन्हा ने संबंधित अधिकारियों से बात कर उचित कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए.
(इनपुट-आईएएनएस)


यह भी पढ़ें- PFI पर लगा 5 साल के लिए बैन, केंद्र सरकार ने UAPA के तहत लिया फैसला